लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह (UP Transport Commissioner Chandrabhushan Singh) ने अयोध्या और लखनऊ के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने जनपद से सम्बन्धित ट्रेवल एजेन्सियों के प्रतिनिधियों और निजी बस संचालकों के साथ बैठक करें. उन्होंने चालकों परिचालकों को सभ्य आचरण करने, धूम्रपान/गुटखा का सेवन न करने, वर्दी में होने, आगन्तुकों से निर्धारित रेट से अधिक किराया न वसूल करने के संबंध में प्रशिक्षित करें, साथ ही उन्होंने वाहनों में किराया सूची और डैशबोर्ड पर ड्राइवर का फोटो सहित नाम व ड्राइविंग लाइसेंस नम्बर रखने के भी निर्देश जारी किए हैं.
उन्होंने कहा कि लखनऊ के अधिकारियों को ओला और उबर संचालकों के साथ भी बैठक कर कार्रवाई कराने के निर्देश दिए. यह भी कहा कि निजी बस वाहन संचालकों के साथ बैठक कर उन्हें इस बात से अवगत कराया जाए कि अयोध्या में प्रस्तावित महत्वपूर्ण भक्तिमय कार्यक्रम के लिए श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने वाली बसों में साफ-सफाई के साथ-साथ फूल मालाओं से सुसज्जित रखने और भक्ति गीत बजाये जाने के लिए चालकों/परिचालकों से वार्ता कर अमल में लाएं.
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर चमद्रभूषण सिंह ने अयोध्या को जाने वाले सभी हाईवेज के प्रत्येक टोल प्लाजा पर परिवहन विभाग का संयुक्त हेल्पडेस्क रोडवेज के अधिकारियों के साथ बनाए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक टोल प्लाजा पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन किये जाने के लिए प्रसारण के साथ-साथ सड़क सुरक्षा/यातायात नियमों की होर्डिंग भी लगाई जाए. परिवहन विभाग का टोल-फ्री हेल्पलाइन नम्बर 1800-1800-151 और जनपद स्तरीय विभागीय कंट्रोल रूम और मुख्यालय पर स्थापित कंट्रोल रूम का नम्बर भी प्रदर्शित किया जाए.
उन्होंने कहा कि 18 से 25 जनवरी की अवधि में परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर और अयोध्या संभाग के सभी जनपद और लखनऊ वाराणसी व गोरखपुर में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित (24x7 control room in Ayodhya Lucknow Varanasi and Gorakhpur) किया जाएगा. परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर स्थापित परिवहन विभाग का हेल्पलाइन नम्बर 1800-1800-151 24×7 संचालित रहेगा. अयोध्या पहुंचने वाले जितने भी हाइवे हैं, उन पर प्रति 10 किलोमीटर पर होर्डिंग लगाई जाए.
इस पर कंट्रोल रूम और परिवहन विभाग का हेल्पलाइन नम्बर प्रदर्शित हो. सड़क सुख्क्षा प्रकोष्ठ की तरफ से जनपदों में लगाए गए इण्टरसेप्टर वाहनों को जनपद अयोध्या की 200 किमी की परिधि में संवेदनशील स्थानों पर लगाया जाय. सुगम और सुचारु परिवहन व्यवस्था के लिए प्रवर्तन अधिकारियों को अयोध्या के नजदीकी जनपदों में चक्रानुक्रम में ड्यूटी लगाई जाए. अयोध्या के नजदीक प्रवर्तन अधिकारी विशेष रूप से ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग और ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ कार्रवाई की जाए. रोडवेज अपने डिपो में बसों की वैकल्पिक व्यवस्था रखी जाए.