लखनऊ : यूपी में मच्छरों का हमला जारी है. राज्य में डेंगू का प्रकोप थमता नहीं दिख रहा है. हालात यह है कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की इमरजेंसी से लेकर डेंगू वार्ड फुल चल रहे हैं. 15 से 20 फीसद डेंगू मरीजों में ब्लीडिंग और गंभीरता के चलते प्लेटलेट्स चढ़ाने की नौबत आ रही है. रविवार को शहर में डेंगू के कुल 24 मरीज मिले. इसके बाद हर डेंगू मरीज के इलाके में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने की जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है, साथ ही इसके तहत 8 घरों को नोटिस भी जारी किया गया है.
जिले में डेंगू रोग के प्रभावी नियन्त्रण के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ के निर्देशानुसार नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीम द्वारा न्यू हैदरगंज, मल्लाही टोला, इस्माइलगंज-प्रथम, चिनहट, खरिका-प्रथम, गीतापल्ली, त्रिवेणीनगर, फैजुल्लागंज वार्ड के आस-पास के क्षेत्रों का भ्रमण किया गया. भ्रमण के दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय जनता को घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी से भरे हुए बर्तनों एवं टंकियों को ढक कर रखें, कुछ समय अन्तराल पर कूलर को खाली करके साफ कपड़े से पोंछकर दोबारा प्रयोग में लाएं, पूरी बांह के कपडे पहने, बच्चों को घर से बाहर न निकलने दें और मच्छर रोधी क्रीम लगाएं व मच्छरदानी का प्रयोग करें. रविवार को शहर के इन्दिरा नगर, एनके रोड, अलीगंज, आलमबाग, टूडियागंज, सिल्वर जुबली, चिनहट आदि क्षेत्र में कुल 24 डेंगू धनात्मक रोगी पाए गए. रविवार को कुल 1407 घरों और विभिन्न मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और कुल 8 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया.
आरोग्य मेले में 98 आयुष्मान कार्ड बने
रविवार को जनपद के सभी शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन हुआ. आरोग्य मेले के नोडल अधिकारी डॉ. विवेक दुबे ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में कुल 4540 मरीज पंजीकृत हुए. जिसमें पुरुष मरीज 1938, महिला मरीज 1932 और 670 बच्चे थे, इस दौरान 98 आयुष्मान कार्ड बने. आरोग्य मेले का आयोजन कोविड से बचाव के सभी प्रोटोकॉल के साथ किया जा रहा है साथ ही 253 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.
आयुर्वेद से ठीक होगा डेंगू
लोहिया संस्थान के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. एसके पांडेय ने पुनर्नवा, भुईं आंवला, मकोय, गिलोय और पपीते के पत्ते का विशेष अर्क तैयार किया है. इसके जरिये कई मरीजों की प्लेटलेट्स 18 हजार से बढ़कर दो लाख के पार पहुंच गई. डॉ. एसके पांडेय ने बताया कि डेंगू में पित्त बढ़ जाता है. इसमें पित्त शामक औषधियां शीघ्र लाभ पहुंचाती हैं. इनमें सौंफ और अम्लकी रसायन रामबाण का काम करता है. इससे पित्त शांत होने के साथ प्लेटलेट्स काउंट भी बढ़ता है. इस औषधि से कई रोगी ठीक किए जा चुके हैं. डेंगू में बुखार होने पर ज्वरांकुश और सुदर्शन चूर्ण का सेवन करना चाहिए.
खानपान का रखें ख्याल
घर पर रहकर मरीज गिलोय और पपीते के पत्ते का रस ले सकते हैं. एक हफ्ते तक आराम जरूरी है, हल्का और सुपाच्य भोजन करें. इनमें दलिया, खिचड़ी, दाल का पानी, सब्जियों का सूप, पालक, चुकंदर और टमाटर का सूप लें.