लखनऊ: यूपी में कोरोना संक्रमण के मामले कम जरूर हुए हैं, लेकिन इसका पूरी तरह से खात्म नहीं हो सका है. ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि अभी भी मरीजों के ग्राफ में उठापटक जारी है. वहीं, शुक्रवार को 24 नए संक्रमितों के मिलने की सूचना सामने आई है. हालांकि, इन संक्रमितों की फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. इधर, नई सरकार के गठन के बाद चिकित्सकों के तबादले का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर नामों की सूची भी मांगी गई है.
इनका होगा ट्रांसफर: स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (प्रशासन) डॉ. राजगणपति ने सभी सीएमओ को आदेश जारी किया है. इसमें लेवल वन से लेकर लेवल तीन तक के डॉक्टरों की लिस्ट मांगी गई है. मंडल में 7 साल व जिले में 3 साल से अधिक समय से तैनाती वाले डॉक्टरों का तबादला किया जाएगा.
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19 जिलों में केस शून्य: राज्य में मंगलवार को 60 हजार से अधिक टेस्ट किए गए थे. वहीं, 24 घंटे में 62 नए मरीज पाए गए तो 44 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. गौर हो कि यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 80 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे.
वहीं, 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 0.03 फीसद पर आ गई. इधर, 19 जिलों में केस शून्य है.
अब तक 359 ओमीक्रोन के मरीज: 17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आए थे. वहीं, 25 दिसंबर को रायबरेली की एक महिला में ओमीक्रोन वैरिएंट पाया गया था. यह महिला अमेरिका से आई थी. इसके बाद 4 जनवरी को 23 मरीज मिले थे और अब तक कुल 526 सैंपल की जीन सीक्वेंसिंग की गई है. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं.
365 एक्टिव केस: राज्य में जनवरी की शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 365 रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू व नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
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