लखनऊ: प्रदेश प्रेसिडेंट गैलंट्री अवॉर्ड के लिए आईपीएस अधिकारी विजय भूषण का चयन किया गया है. वह 2002 बैच के प्रमोटी आईपीएस अधिकारी है. उन्हें पांचवी बार यह अवाॅर्ड दिया जा रहा है. साथ ही वह प्रदेश में सबसे ज्यादा बार यह अवार्ड पाने वाले अधिकारी बन गए हैं. साथ ही प्रदेश के 23 जवानों को भी वीरता पदक दिया जाएगा.
प्रदेश में वर्ष 1990 बैच के आईपीएस दलजीत चौधरी व 2003 के प्रमोटी आईपीएस राजेश पांडे को चार बार प्रेसिडेंट गैलंट्री अवॉर्ड मिल चुका है. वहीं यूपी के 23 जवानों को वीरता का पदक दिया जाएगा. इनमें पुलिस के कई उच्च अधिकारी भी शामिल हैं. वीरता पदक पाने वाले जवानों में एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार, एडीजी 112 असीम अरुण, डीआईजी विजय भूषण, आईपीएस अरविंद चतुर्वेदी, अभिषेक यादव, एटीएस के पूर्व एडिशनल एसपी राजेश शाहनी सहित कांस्टेबल एकांत यादव, आईजी एसके भगत, डीआईजी विजय भूषण सहित 23 जवान शामिल हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार आंध्र प्रदेश पुलिस को 16, अरुणांचल प्रदेश पुलिस को 4, असम पुलिस को 2, छत्तीसगढ़ पुलिस को 14, गोवा पुलिस को 1, गुजरात पुलिस को 19, हरियाणा पुलिस को 12, हिमाचल प्रदेश पुलिस को 4, झारखंड पुलिस को 24 और कर्नाटक पुलिस को 18 गैलंट्री और सर्विस अवार्ड दिए जाएंगे.
प्रदेश के 23 अधिकारियों सहित जवानों को वीरता का राष्ट्रपति पुलिस पदक दिया जाएगा. यह पदक जवानों के शौर्य का प्रतीक होता है. इसमें आईपीएस अरविंद चतुर्वेदी व अभिषेक यादव को गैलंट्री मेडल, जबकि एटीएस में एडिशनल एसपी राजेश शाहनी को मरणोपरांत गैलंट्री मेडल दिया जाएगा. इसके अलावा कृष्णानंद राय हत्याकांड में शामिल शूटर फिरदोस को मार गिराने वाले दो अफसरों को भी गैलंट्री मेडल से नवाजा जाएगा.
एसएसपी एसटीएफ रहे एसके भगत और विजय भूषण ने शूटर फिरदोस को मुंबई में मार गिराया था. इसके अलावा डीआईजी पुलिस भर्ती बोर्ड विजय भूषण को पांचवीं बार गैलंट्री मेडल दिया जाएगा. बताते चलें कि गृह मंत्रालय की ओर से वीरता और सर्विस पुरस्कारों का एलान किया गया है, जिसमें गैलंट्री पुरस्कारों की लिस्ट में पहले नंबर पर जम्मू कश्मीर पुलिस है. इसके बाद दूसरे नंबर पर सीआरपीएफ 55 मेडल और तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश पुलिस 23 मेडल है.