लखनऊ: विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का यह सम्मेलन 19 से 22 नवंबर तक ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा. इस सम्मेलन से सीएमएस के 55000 बच्चों के साथ-साथ विश्व के विभिन्न देशों के लाखों छात्र छात्राएं 49 देशों के मुख्य न्यायाधीश न्यायाधीश और कानून ब्रिज संसद के अध्यक्ष विभिन्न देशों के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और देश के 12 कुलपति भी जुड़ेंगे.
सीएमएस के ऑडिटोरियम में पत्रकारों से मुखातिब जगदीश गांधी ने कहा कि सिटी मांटेसरी स्कूल पिछले 21 साल से प्रत्येक वर्ष विश्व के न्याय भी दो का ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित करता रहा है, 22वां अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीशों का सम्मेलन इसी की एक कड़ी है इसके जरिए सीएमएस ने बच्चों के अधिकारों की आवाज पूरे विश्व में बुलंद की है. साथ ही किशोर और युवा पीढ़ी के मन मस्तिष्क को वैश्विक समस्याओं के समाधान के प्रति जागरूक किया है.
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बॉस्निया और हर्ज़ेगोविना, ब्राज़ील, बुरुंडी केप वर्डे कैमरून, कोमोरोस, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर, इजिप्ट, एस्वतीनी, फिजी, आइसलैंड, जर्मनी, घाना, गुयाना, हैती, इटली, जापान, लेसोथो, माल्टा, मेक्सिको, मारी सियाना, मोरक्को, म्यामार, नेपाल ,नीदरलैंड, पेरु, फिलिपींस, रोमानिया, रूस, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम, स्वीटजरलैंड, थाईलैंड, त्रिनिदाद एवं टोबैगो, तुवालु, यूक्रेन, यूनाइटेड किंग्डम, यूएसए, युगांडा, तथा भारत के मुख्य न्यायाधीशों ने सम्मेलन में शामिल होने की सहमति प्रदान की है.
इस सम्मेलन में क्वीन विश्वविद्यालय बेलफास्ट के कुलपति प्रोफेसर इन ग्रीन, यूएसए की आर्लिंगटन स्थित यूनिवर्सिटी आफ टैक्सास के कुलपति डॉक्टर बिशप एम करभारी डैफोडिल, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय बांग्लादेश के डॉक्टर मोहम्मद सकुर खान, यूनिवर्सिटी आफ न्यूकासल ऑस्ट्रेलिया के उप कुलपति प्रोफेसर कैंट एंडरसन, यूनिवर्सिटी इन मास्को के अध्यक्ष प्रोफेसर एडवर्ड लो जनस्की तथा नोएडा स्थित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ विक्रम सिंह भी इस सम्मेलन में शामिल होने की सहमति दे चुके हैं.
वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली न्यायिक व्यवस्था अपरिहार्य: जगदीश गांधी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल में 22वां चीफ जस्टिस सम्मेलन का आयोजन करने वाले सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी ने गुरुवार को कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली न्यायिक व्यवस्था अपरिहार्य है. तभी विश्व में एकता शांति और सौहार्द की स्थापना संभव हो सकेगी. विश्व के बच्चों और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित होगा.
लखनऊ: विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का यह सम्मेलन 19 से 22 नवंबर तक ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा. इस सम्मेलन से सीएमएस के 55000 बच्चों के साथ-साथ विश्व के विभिन्न देशों के लाखों छात्र छात्राएं 49 देशों के मुख्य न्यायाधीश न्यायाधीश और कानून ब्रिज संसद के अध्यक्ष विभिन्न देशों के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और देश के 12 कुलपति भी जुड़ेंगे.
सीएमएस के ऑडिटोरियम में पत्रकारों से मुखातिब जगदीश गांधी ने कहा कि सिटी मांटेसरी स्कूल पिछले 21 साल से प्रत्येक वर्ष विश्व के न्याय भी दो का ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित करता रहा है, 22वां अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीशों का सम्मेलन इसी की एक कड़ी है इसके जरिए सीएमएस ने बच्चों के अधिकारों की आवाज पूरे विश्व में बुलंद की है. साथ ही किशोर और युवा पीढ़ी के मन मस्तिष्क को वैश्विक समस्याओं के समाधान के प्रति जागरूक किया है.
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बॉस्निया और हर्ज़ेगोविना, ब्राज़ील, बुरुंडी केप वर्डे कैमरून, कोमोरोस, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर, इजिप्ट, एस्वतीनी, फिजी, आइसलैंड, जर्मनी, घाना, गुयाना, हैती, इटली, जापान, लेसोथो, माल्टा, मेक्सिको, मारी सियाना, मोरक्को, म्यामार, नेपाल ,नीदरलैंड, पेरु, फिलिपींस, रोमानिया, रूस, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम, स्वीटजरलैंड, थाईलैंड, त्रिनिदाद एवं टोबैगो, तुवालु, यूक्रेन, यूनाइटेड किंग्डम, यूएसए, युगांडा, तथा भारत के मुख्य न्यायाधीशों ने सम्मेलन में शामिल होने की सहमति प्रदान की है.
इस सम्मेलन में क्वीन विश्वविद्यालय बेलफास्ट के कुलपति प्रोफेसर इन ग्रीन, यूएसए की आर्लिंगटन स्थित यूनिवर्सिटी आफ टैक्सास के कुलपति डॉक्टर बिशप एम करभारी डैफोडिल, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय बांग्लादेश के डॉक्टर मोहम्मद सकुर खान, यूनिवर्सिटी आफ न्यूकासल ऑस्ट्रेलिया के उप कुलपति प्रोफेसर कैंट एंडरसन, यूनिवर्सिटी इन मास्को के अध्यक्ष प्रोफेसर एडवर्ड लो जनस्की तथा नोएडा स्थित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ विक्रम सिंह भी इस सम्मेलन में शामिल होने की सहमति दे चुके हैं.