लखनऊ : उत्तर रेलवे के आलमबाग स्थित डीजल शेड में टैंकर से डीजल चोरों ने 215 लीटर डीजल पार कर दिया. मामला उजागर होने पर आरपीएफ ने मामला दर्ज कर चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार कर लिया है. पांच से पूछताछ शुरू की गई है. जानकारी हो कि इससे पहले डीजल शेड से पूरा टैंकर चोरी किया जा चुका है.
आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि 'डीजल शेड में टैंकर लाया गया, जिसमें दो हजार लीटर डीजल था, जिसका ऑर्डर था. इसमें से 1800 लीटर डीजल निकाल लिया गया, जबकि 200 से 215 लीटर टैंकर में छोड़ दिया गया, जिसे बाहर बेचा जाना था. इसके लिए जब डिप से टैंकर में तेल मापा गया तो उसमें यह बचा हुआ तेल पाया गया, जबकि इसे शेड में ही उतारा जाना था. चीफ ऑफिस सुपरिंटेंडेंट राजीव कुमार मिश्र सहित ड्राइवर व क्लीनर पर आरपीएफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. चीफ ऑफिस सुपरिंटेंडेंट राजीव कुमार मिश्र को गिरफ्तार कर शुक्रवार को उत्तर रेलवे की चारबाग कोर्ट में पेश किया गया, जबकि डीजल शेड में काम करने वाले पांच रेलकर्मी व अफसर भी रडार पर हैं, जिनसे पूछताछ जारी है. बता दें कि इससे पहले साल 2021 में शेड से तेल का पूरा टैंकर ही पार कर दिया गया था, जिसमें 18 हजार लीटर तेल था. मामले की जांच होने के बाद मुख्य आरोपित चीफ लोको इंस्पेक्टर बीएस मीणा सहित कईयों पर कार्रवाई हुई थी. चीफ लोको इंस्पेक्टर के पास से तेल चोरी के तीन लाख दस हजार रुपये भी जब्त किए गए थे.
उत्तर रेलवे के आरपीएफ कमांडेंट डाॅ. श्रेयांश चिंचावड़े ने बताया कि 'डीजल चोरी के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई जारी है. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी छोड़ नहीं जाएगा.'
डीजल शेड के टैंकर से 215 लीटर डीजल पार, चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट गिरफ्तार - डीजल शेड के टैंकर
राजधानी में उत्तर रेलवे के आलमबाग स्थित डीजल शेड में डीजल चोरी का मामला सामने आया है, जिसके बाद चीफ ऑफिस सुपरिंटेंडेंट राजीव कुमार मिश्र सहित ड्राइवर व क्लीनर पर आरपीएफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
लखनऊ : उत्तर रेलवे के आलमबाग स्थित डीजल शेड में टैंकर से डीजल चोरों ने 215 लीटर डीजल पार कर दिया. मामला उजागर होने पर आरपीएफ ने मामला दर्ज कर चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार कर लिया है. पांच से पूछताछ शुरू की गई है. जानकारी हो कि इससे पहले डीजल शेड से पूरा टैंकर चोरी किया जा चुका है.
आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि 'डीजल शेड में टैंकर लाया गया, जिसमें दो हजार लीटर डीजल था, जिसका ऑर्डर था. इसमें से 1800 लीटर डीजल निकाल लिया गया, जबकि 200 से 215 लीटर टैंकर में छोड़ दिया गया, जिसे बाहर बेचा जाना था. इसके लिए जब डिप से टैंकर में तेल मापा गया तो उसमें यह बचा हुआ तेल पाया गया, जबकि इसे शेड में ही उतारा जाना था. चीफ ऑफिस सुपरिंटेंडेंट राजीव कुमार मिश्र सहित ड्राइवर व क्लीनर पर आरपीएफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. चीफ ऑफिस सुपरिंटेंडेंट राजीव कुमार मिश्र को गिरफ्तार कर शुक्रवार को उत्तर रेलवे की चारबाग कोर्ट में पेश किया गया, जबकि डीजल शेड में काम करने वाले पांच रेलकर्मी व अफसर भी रडार पर हैं, जिनसे पूछताछ जारी है. बता दें कि इससे पहले साल 2021 में शेड से तेल का पूरा टैंकर ही पार कर दिया गया था, जिसमें 18 हजार लीटर तेल था. मामले की जांच होने के बाद मुख्य आरोपित चीफ लोको इंस्पेक्टर बीएस मीणा सहित कईयों पर कार्रवाई हुई थी. चीफ लोको इंस्पेक्टर के पास से तेल चोरी के तीन लाख दस हजार रुपये भी जब्त किए गए थे.
उत्तर रेलवे के आरपीएफ कमांडेंट डाॅ. श्रेयांश चिंचावड़े ने बताया कि 'डीजल चोरी के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई जारी है. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी छोड़ नहीं जाएगा.'