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यूपी: 2022 के चुनावों की दिशा तय करेंगे उपचुनाव के परिणाम

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Published : Nov 9, 2020, 8:29 PM IST

उत्तर प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों के उपचुनाव परिणामों पर सबकी नजर है। 2017 के आम चुनाव में प्रचंड बहुमत से सत्ता पर काबिज होने वाली भाजपा के साथ ही समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल भी बेहतर परिणाम की आस लगाए बैठे हैं। एक बात तय है कि ये चुनाव 2022 के चुनावों की दिशा तय करेंगे.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय.

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों के उपचुनाव परिणामों पर सबकी नजर है। 2017 के आम चुनाव में प्रचंड बहुमत से सत्ता पर काबिज होने वाली भाजपा की परफारमेंस को लेकर पार्टी नेतृत्व से लेकर सरकार तक इंतजार में है। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल भी बेहतर परिणाम की आस लगाए बैठे हैं। उपचुनाव में परफॉर्मेंस राजनीतिक दलों के भविष्य की दिशा तय होगी।

बीजेपी कार्यालय.
बीजेपी कार्यालय.
यूपी के 88 उम्मीदवारों का भाग्य होगा तय
इन दलों के साथ चुनाव मैदान में नौ महिलाओं समेत 88 उम्मीदवारों के भाग्य को मतदाताओं ने तय कर दिया है। इन प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा भी खुलेगा। 7 सीटों में से 3 सीटों पर लोगों की खास नजर है। नौगांव सादात सीट योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के निधन के उपरांत खाली हुई है। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर उनकी पत्नी संगीता चौहान को उतारा है। माना जा रहा है कि यह सीट भाजपा के पक्ष में जाना लगभग तय है।
तय माना जा रहा बाहुबली की सीट पर परिणाम
जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट भी खूब चर्चा में है। इस सीट पर पूर्व सांसद बाहुबली नेता धनंजय सिंह चुनाव मैदान में हैं। सपा सरकार में मंत्री रहे कद्दावर नेता पारसनाथ यादव के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई है। सपा ने इस सीट पर पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव को उतारा है। सपा इस सीट पर मुसलमान-यादव (एमवाई) फैक्टर के चलते काफी मजबूत है। बीजेपी के मनोज सिंह ने भी बेहतर चुनाव लड़ा है। पार्टी के एक नेता कहते हैं कि मल्हनी सीट पर कड़ी टक्कर है। भाजपा और सपा में बहुत कम अंतर से हार जीत होगी. जानकारों का मानना है कि लड़ाई धनंजय सिंह और सपा के बीच है।
चर्चा में है बांगरमऊ सीट
उन्नाव की बांगरमऊ सीट चर्चित है। भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के चुनाव में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। पार्टी ने इस सीट पर कुलदीप सिंह सेंगर को चुनाव मैदान में उतारा था। दुष्कर्म के आरोप में वाह अयोग्य घोषित किए गए। उनकी विधायकी चली गयी। इसके बाद यह सीट खाली हो गई। पार्टी ने कुलदीप सिंह सेंगर के परिवार को टिकट न देकर स्थानीय कार्यकर्ता श्रीकांत कटियार को टिकट दिया है। सपा ने सुरेश पाल, बसपा ने महेश प्रसाद और कांग्रेस ने आरती वाजपेई को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर आरती बाजपेयी बेहद मजबूत बताई जा रही हैं। रिपोर्ट तो यह भी है कि कांग्रेस बाजी भी मार सकती है। भाजपा का अपना दावाबीजेपी की अपनी रिपोर्ट भी मल्हनी और बांगरमऊ की सीट फंसी हुई बता रही है। बाकी पांच सीटों पर भाजपा अपनी जीत मान रही है। आधिकारिक तौर पर भाजपा सभी सीटों पर जीत के दावे कर रही है। फिलहाल, उन्हें कुछ घंटे का इंतजार करना होगा। मंगलवार को दोपहर तक सब स्पष्ट हो जाएगा।
इन सीटों पर है चुनाव

घाटमपुर (कानपुर)

मल्हनी (जौनपुर)

बुलंदशहर

टूंडला (फिरोजाबाद)

देवरिया

बांगरमऊ (उन्नाव)

नौगावां सादात (अमरोहा)

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों के उपचुनाव परिणामों पर सबकी नजर है। 2017 के आम चुनाव में प्रचंड बहुमत से सत्ता पर काबिज होने वाली भाजपा की परफारमेंस को लेकर पार्टी नेतृत्व से लेकर सरकार तक इंतजार में है। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल भी बेहतर परिणाम की आस लगाए बैठे हैं। उपचुनाव में परफॉर्मेंस राजनीतिक दलों के भविष्य की दिशा तय होगी।

बीजेपी कार्यालय.
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यूपी के 88 उम्मीदवारों का भाग्य होगा तय
इन दलों के साथ चुनाव मैदान में नौ महिलाओं समेत 88 उम्मीदवारों के भाग्य को मतदाताओं ने तय कर दिया है। इन प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा भी खुलेगा। 7 सीटों में से 3 सीटों पर लोगों की खास नजर है। नौगांव सादात सीट योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के निधन के उपरांत खाली हुई है। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर उनकी पत्नी संगीता चौहान को उतारा है। माना जा रहा है कि यह सीट भाजपा के पक्ष में जाना लगभग तय है।
तय माना जा रहा बाहुबली की सीट पर परिणाम
जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट भी खूब चर्चा में है। इस सीट पर पूर्व सांसद बाहुबली नेता धनंजय सिंह चुनाव मैदान में हैं। सपा सरकार में मंत्री रहे कद्दावर नेता पारसनाथ यादव के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई है। सपा ने इस सीट पर पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव को उतारा है। सपा इस सीट पर मुसलमान-यादव (एमवाई) फैक्टर के चलते काफी मजबूत है। बीजेपी के मनोज सिंह ने भी बेहतर चुनाव लड़ा है। पार्टी के एक नेता कहते हैं कि मल्हनी सीट पर कड़ी टक्कर है। भाजपा और सपा में बहुत कम अंतर से हार जीत होगी. जानकारों का मानना है कि लड़ाई धनंजय सिंह और सपा के बीच है।
चर्चा में है बांगरमऊ सीट
उन्नाव की बांगरमऊ सीट चर्चित है। भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के चुनाव में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। पार्टी ने इस सीट पर कुलदीप सिंह सेंगर को चुनाव मैदान में उतारा था। दुष्कर्म के आरोप में वाह अयोग्य घोषित किए गए। उनकी विधायकी चली गयी। इसके बाद यह सीट खाली हो गई। पार्टी ने कुलदीप सिंह सेंगर के परिवार को टिकट न देकर स्थानीय कार्यकर्ता श्रीकांत कटियार को टिकट दिया है। सपा ने सुरेश पाल, बसपा ने महेश प्रसाद और कांग्रेस ने आरती वाजपेई को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर आरती बाजपेयी बेहद मजबूत बताई जा रही हैं। रिपोर्ट तो यह भी है कि कांग्रेस बाजी भी मार सकती है। भाजपा का अपना दावाबीजेपी की अपनी रिपोर्ट भी मल्हनी और बांगरमऊ की सीट फंसी हुई बता रही है। बाकी पांच सीटों पर भाजपा अपनी जीत मान रही है। आधिकारिक तौर पर भाजपा सभी सीटों पर जीत के दावे कर रही है। फिलहाल, उन्हें कुछ घंटे का इंतजार करना होगा। मंगलवार को दोपहर तक सब स्पष्ट हो जाएगा।
इन सीटों पर है चुनाव

घाटमपुर (कानपुर)

मल्हनी (जौनपुर)

बुलंदशहर

टूंडला (फिरोजाबाद)

देवरिया

बांगरमऊ (उन्नाव)

नौगावां सादात (अमरोहा)

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