लखनऊ: कोरोना महामारी के दौरान विदेशों में फंसे लोगों को भी लाने की तैयारी कर ली गयी है. उत्तर प्रदेश के लोग भी बाहर फंसे हुए हैं. प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने बताया कि कोरोना वायरस को देखते हुए हर भारतीय को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए नौ मई को शारजाह से लखनऊ रात 8:50 बजे अमौसी एयरपोर्ट पर हवाई जहाज पहुंचेगा. फ्लाइट-1X-0184 से 200 यात्री आ रहे हैं. सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी.
उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सऊदी अरब से आने वाले करीब 200 लोगों की लखनऊ में मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी.
बस और टैक्सी से भेजे जाएंगे यात्री
प्राथमिक जांच में जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए जाएंगे, उन लोगों के लिए दो प्रकार की व्यवस्था की जाएगी. लखनऊ के बाहर के यात्रियों को भुगतान के आधार पर बस और टैक्सी से उनरे जिलों में भेजा जाएगा.
तीन श्रेणियों में होटलों के होंगे भुगतान
जो यात्री लखनऊ के निवासी होंगे उनको तीन श्रेणियों के होटलों में भुगतान के आधार पर रखा जाएगा. 1000, 2000 और 3000 रुपए की श्रेणी के होटलों में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा.
प्राथमिक जांच में कोरोना लक्षण वाले संदिग्ध लोग का टेस्ट सैंपल एकत्र किया जाएगा और रिपोर्ट प्राप्त होने तक उन यात्रियों को सामान्य रूप से भुगतान के आधार पर होटल में आइसोलेट कर दिया जाएगा.
एकत्र किए गए सैंपल में जो व्यक्ति पॉजिटिव पाए जाएंगे. उन्हें कोविड-19 में चिकित्सीय उपचार के लिए भेज दिया जाएगा. एकत्र किए गए सैंपल में जो यात्री नेगेटिव पाए जाते हैं. उनमें जो यात्री लखनऊ के बाहर के होंगे उनको भुगतान के आधार पर बस और टैक्सी से उनके जिलों में भेजा जाएगा. जो यात्री नेगेटिव पाए जाएंगे, उनमें लखनऊ वालों को भुगतान के आधार पर होटलों में क्वारंटाइन किया जाएगा. क्वारंटाइन में रखे गए सभी व्यक्तियों के 14 दिन पूर्ण होने पर उन्हें मेडिकल प्रोटोकॉल के अनुसार पुनः जांच करवा कर छोड़ा जाएगा.
इसे भी पढ़ें- नॉन कोविड-19 अस्पतालों को संक्रमण से बचाने के लिए बनाएं व्यवस्था: मुख्य सचिव