लखनऊ : आयुष्मान योजना के अंतर्गत आने वाले तमाम अस्पतालों में से 20 निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने बाहर करने का आदेश दिया है. ये अस्पताल पीएम मोदी की आयुष्मान जैसी महत्वकांक्षी योजना का लाभ अपने अस्पतालों में आने वाले मरीजों को नहीं दे पा रहे थे.
क्या है पूरा मामला
- पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना का मकसद गरीब मरीजों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देना था.
- इस सूची में राजधानी लखनऊ के कई निजी अस्पताल भी जोड़े गए थे.
- इन निजी अस्पतालों पर आरोप है कि गरीब मरीजों द्वारा आयुष्मान योजना कार्ड दिखाने पर भी उनको निशुल्क इलाज नहीं दिया जा रहा था.
- इसके साथ ही उन सभी मरीजों से अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा था.
- इनमें से कई सूचीबद्ध अस्पताल गरीबों का इलाज कर पाने में असमर्थ थे.
- ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 अस्पतालों के नाम को इससे बाहर कर दिया है.
- इस बात की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने दी.