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बैकुंठधाम पर लगी शवों की लाइन, सीतापुर से मंगवानी पड़ी लकड़ियां - भैंसा कुंड घाट

राजधानी लखनऊ में लगातार हो रही मौतों के कारण अंतिम संस्कार के लिए घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. घाटों पर लोगों को शवों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन भी लगानी पड़ रही है. इसे देखते हुए नगर निगम ने घाटों पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों की तैनाती शुरू कर दी है. साथ ही लकड़ी कम पड़ने पर दूसरे जनपद से मंगवानी पड़ी.

बैकुंठधाम.
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Published : Apr 12, 2021, 5:39 PM IST

Updated : Apr 12, 2021, 6:19 PM IST

लखनऊ: राजधानी में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. यही कारण है कि लगातार अंतिम संस्कार के लिए भैसा कुंड और गुलाला घाट पर लोगों की भीड़ जमा हो रही है. भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन घाटों पर लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार कराने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. वहीं, घाटों पर लकड़ी कम पड़ने पर दूसरे जनपद से मंगानी पड़ी.

बनाए जा रहे 90 अतिरिक्त प्लेटफार्म

राजधानी में घाटों पर लगातार अंतिम संस्कार करने वालों की लग रही भीड़ को ध्यान में रखते हुए लखनऊ नगर निगम ने कमर कसना शुरू कर दिया है. इसके लिए घाटों पर खराब पड़े विद्युत शवदाह गृह सही कराए गए. इसके साथ ही 90 अतिरिक्त प्लेटफार्म की स्थापना की जा रही है, जिससे कि लोगों को लाइन में न लगना पड़े.

देर रात तक पहुंचे 142 शव

राजधानी में भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भैंसा कुंड घाट और गुलाला घाट दोनों घाटों पर मिलाकर देर रात तक 142 शव पहुंचे. इसमें से 118 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. इसमें से 38 शव संक्रमित थे.

पढ़ें: कोरोना अपडेट: 1820 नए मरीजों में हुई संक्रमण की पुष्टि, दो की मौत

दूसरे जनपद से मंगानी पड़ी लकड़ी

घाटों पर लगातार आ रहे शवों को जलाने के लिए लखनऊ में लकड़ियों की कमी पड़ गई. इसके लिए लखनऊ नगर निगम ने पड़ोसी जनपद सीतापुर से 8 ट्रक लकड़ी मंगाई. इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार किया गया.

लखनऊ: राजधानी में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. यही कारण है कि लगातार अंतिम संस्कार के लिए भैसा कुंड और गुलाला घाट पर लोगों की भीड़ जमा हो रही है. भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन घाटों पर लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार कराने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. वहीं, घाटों पर लकड़ी कम पड़ने पर दूसरे जनपद से मंगानी पड़ी.

बनाए जा रहे 90 अतिरिक्त प्लेटफार्म

राजधानी में घाटों पर लगातार अंतिम संस्कार करने वालों की लग रही भीड़ को ध्यान में रखते हुए लखनऊ नगर निगम ने कमर कसना शुरू कर दिया है. इसके लिए घाटों पर खराब पड़े विद्युत शवदाह गृह सही कराए गए. इसके साथ ही 90 अतिरिक्त प्लेटफार्म की स्थापना की जा रही है, जिससे कि लोगों को लाइन में न लगना पड़े.

देर रात तक पहुंचे 142 शव

राजधानी में भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भैंसा कुंड घाट और गुलाला घाट दोनों घाटों पर मिलाकर देर रात तक 142 शव पहुंचे. इसमें से 118 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. इसमें से 38 शव संक्रमित थे.

पढ़ें: कोरोना अपडेट: 1820 नए मरीजों में हुई संक्रमण की पुष्टि, दो की मौत

दूसरे जनपद से मंगानी पड़ी लकड़ी

घाटों पर लगातार आ रहे शवों को जलाने के लिए लखनऊ में लकड़ियों की कमी पड़ गई. इसके लिए लखनऊ नगर निगम ने पड़ोसी जनपद सीतापुर से 8 ट्रक लकड़ी मंगाई. इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार किया गया.

Last Updated : Apr 12, 2021, 6:19 PM IST
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