लखनऊ : राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त और देश की संप्रभुता को क्षति पहुंचाने वाले जेहादी संगठन के कथित सक्रिय सदस्य सद्दाम व रिजवान खान 14-14 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड रहेंगे. एटीएस के विशेष न्यायाधीश दिनेश कुमार मिश्रा ने इसकी मंजूरी दी है.
जेहादी सोच के हैं आरोपी : दोनों कथित आतंकियों के लिए अलग-अलग पुलिस कस्टडी रिमांड अर्जियों पर एटीएस के एसपीओ नागेंद्र गोस्वामी व विशेष अधिवक्ता एमके सिंह का तर्क था कि आरोपी सद्दाम के पास से बरामद मोबाइल में उपलब्ध डाटा व फोन की गैलरी में मौजूद संदिग्ध वीडियो में बुरहान वानी, जाकिर मूसा, ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी दिखाई दे रहे हैं. बताया गया कि अभियुक्तों ने स्वीकार किया है कि वे जेहादी सोच के हैं. वे पाकिस्तानी व कश्मीरी आतंकवादियों से बात भी करते हैं. आरोपियों का कहना है कि वह सोशल मीडिया व यूट्यूब के माध्यम से आतंकियों की वीडियो देखकर जेहादी सोच को बढ़ावा देता है. इसके अलावा वे अपना जिहादी संगठन बनाना चाहते हैं.
मोबाइल में मिले थे एके-47 के स्क्रीनशॉट : अदालत को बताया गया कि आरोपी मोहम्मद रिजवान खान के पास से बरामद मोबाइल फोन में कुछ संदिग्ध फोटो व वीडियो पाए गए हैं. इसमें एके-47 व कारतूस आदि के स्क्रीनशॉट मौजूद हैं. इसके अलावा कुछ आतंकी हथियारों के साथ खड़े हैं. अदालत को बताया गया कि वीडियो में एक आतंकवादी हथियार के साथ ट्रेनिंग कराता दिख रहा है. बाकी आतंकी भारत विरोधी गाना गा रहे हैं. कहा जा रहा है कि 'भारत सुन लो, हिंदी फौजों सुन लो, पाकिस्तान हैं हम' अदालत को बताया गया कि आरोपी सद्दाम करनैलगंज गोंडा का रहने वाला है जबकि मोहम्मद रिजवान खान जम्मू कश्मीर का रहने वाला है. अदालत ने आरोपियों को पूछताछ के लिए 8 जुलाई को सुबह 10 बजे से 21 जुलाई को शाम 6 बजे तक पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने का आदेश दिया है.
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