ETV Bharat / state

13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक 'डोंट रीड' का हुआ विमोचन

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक 'डोंट रीड' का विमोचन हुआ. इस पुस्तक का विमोचन एसडीएम दादरी ने किया. अंग्रेजी में लिखी हुई इस पुस्तक में 20 डरावनी कहानी हैं. इस कारण से इस पुस्तक का नाम 'डोंट रीड' रखा गया है.

author img

By

Published : Aug 16, 2019, 8:12 AM IST

13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक 'डोंट रीड' का हुआ विमोचन

नई दिल्ली/नोएडा: अक्सर यह कहा जाता है कि होनहार पूत के पांव पालने में ही दिखाई देने लगते हैं. जी हां! दरअसल 8 आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 साल की एक छात्रा ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है.

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक 'डोंट रीड' का विमोचन हुआ. इस पुस्तक का विमोचन एसडीएम दादरी ने किया. अंग्रेजी में लिखी हुई इस पुस्तक में 20 डरावनी कहानी हैं. इस कारण से इस पुस्तक का नाम 'डोंट रीड' रखा गया है.

13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक डोंट रीड का हुआ विमोचन

अवंतिका ने लिखी किताब
तेरह साल की अवंतिका तिवारी के पिता शशि भूषण तिवारी ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील में तहसीलदार के पेशकार हैं. अवंतिका तिवारी का कहना है कि उसे पुस्तकों से बेहद लगाव है और जब ये बात उसने अपने पापा से कही तो उन्होंने उसका उत्साह बढ़ाया.

एसडीएम दादरी ने किया विमोचन
वहीं इस पुस्तक के विमोचन के दौरान दादरी तहसील के सभागार में एसडीएम दादरी राजीव कुमार राय ने कहा कि अगर आपको जीवन में आगे बढ़ाना है तो आपको एक रोल मॉडल का चयन करना चाहिए.

नई दिल्ली/नोएडा: अक्सर यह कहा जाता है कि होनहार पूत के पांव पालने में ही दिखाई देने लगते हैं. जी हां! दरअसल 8 आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 साल की एक छात्रा ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है.

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक 'डोंट रीड' का विमोचन हुआ. इस पुस्तक का विमोचन एसडीएम दादरी ने किया. अंग्रेजी में लिखी हुई इस पुस्तक में 20 डरावनी कहानी हैं. इस कारण से इस पुस्तक का नाम 'डोंट रीड' रखा गया है.

13 साल की छात्रा द्वारा लिखी पुस्तक डोंट रीड का हुआ विमोचन

अवंतिका ने लिखी किताब
तेरह साल की अवंतिका तिवारी के पिता शशि भूषण तिवारी ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील में तहसीलदार के पेशकार हैं. अवंतिका तिवारी का कहना है कि उसे पुस्तकों से बेहद लगाव है और जब ये बात उसने अपने पापा से कही तो उन्होंने उसका उत्साह बढ़ाया.

एसडीएम दादरी ने किया विमोचन
वहीं इस पुस्तक के विमोचन के दौरान दादरी तहसील के सभागार में एसडीएम दादरी राजीव कुमार राय ने कहा कि अगर आपको जीवन में आगे बढ़ाना है तो आपको एक रोल मॉडल का चयन करना चाहिए.

Intro:ग्रेटर नोएडा-- अक्सर कहा जाता है कि होनहार पूत के पांव पालने में ही दिखाई देने लगते हैं, लेकिन 8 आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 साल की एक बालिका ने पुस्तक लिखकर यह साबित कर दिया है कि होनहार सिर्फ पुत्र ही नहीं होते पुत्रिया भी होती हैं। 13 साल की छात्रा की लिखी पुस्तक डोंट रीड विमोचन स्वतंत्र दिवस के मौके पर एसडीएम दादरी ने किया। अंग्रेजी में लिखी हुई इस पुस्तक में 20 डरावनी कहानी है इस कारण से इस पुस्तक का नाम डोंट रीड रखा गया है।


Body:तेरह साल की अवंतिका तिवारी ने छोटी सी उम्र में अपने पिता का नाम रोशन किया है। शशि भूषण तिवारी जो ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील में तहसीलदार के पेशकार है। अवंतिका तिवारी ग्रेटर नोएडा के डीपीएस पब्लिक स्कूल में पढ़ती है। उसका कहना है की उसे पुस्तकों से बेहद लगाव रहा और जब ये बात उसने अपने पापा से कही उन्होने उसका उत्साह बढ़ाया। आज इसका विमोचन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दादरी तहसील के सभागार में एसडीएम दादरी राजीव कुमार राय द्वारा किया गया। इस अवसर बोलते हुए उन्होने कहा अगर आपको जीवन में आगे बढ़ाना है तो आपको एक रोल माडल का चयन करना चाहिए।

बाइट – राजेश कुमार राय (एसडीएम दादरी)



Conclusion:अवंतिका ने खुद ये किताब लिखी है, किताब का नाम डोंट रीड रखा है। इस पुस्तक को अवंतिका के शशि भूषण तिवारीने ने ब्लू रोज पब्लिशर से मिलकर उसको बाकायदा पब्लिश कराया, जिसकी कीमत 140 रुपये रखी गयी है उसको लोग ऑनलाइन ऐमेज़ॉन फ्लिपकार्ट से मंगवा सकते हैं। इस पुस्तक में अद्विका ने 20 कहानी लिखी है जोकि इंग्लिश में है और डरावनी कहानी है। इसीलिए इसका नाम डोंट रीड रखा गया है।

बाइट-अवंतिका तिवारी (पुस्तक लेखिका)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.