ETV Bharat / state

लखनऊ: 13 वर्षीय बच्ची तेजाब से झुलसी, आपराधिक घटना या दुर्घटना की जांच में जुटी पुलिस

author img

By

Published : Jan 12, 2020, 9:27 AM IST

Updated : Jan 12, 2020, 11:28 AM IST

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 13 वर्षीय बच्ची एसीड अटैक का शिकार हो गई. इस दौरान पीड़िता का 18 प्रतिशत चेहरा जल गया है. फिलहाल पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है.

etv bharat
13 साल की बच्ची पर फेंका तेजाब.

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार महिला अपराधों पर लगाम लगाने की भले ही तमाम दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. एसिड अटैक पीड़ित की मदद के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार तमाम दावे और एसिड की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए नोटिफिकेशन क्यों न जारी करती हो, लेकिन उन तमाम दावे और नोटिफिकेशन कोरे साबित हो रही है.

13 साल की बच्ची पर फेंका तेजाब.

प्रशासन की अनदेखी से बिक रहा तेजाब
जिम्मेदारों की अनदेखी का ही नतीजा है कि राजधानी लखनऊ में 13 वर्षीय बच्ची तेजाब का शिकार हो गई. घटना के बाद पुलिस यह पता करने में जुटी हुई है कि बच्ची के साथ हुई घटना आपराधिक थी या कोई दुर्घटना थी. लखनऊ पुलिस के आलाधिकारियों से इस बारे में सवाल किया गया कि आखिर तेजाब लोगों को मिलता कहां से है तो इस बारे में अधिकारियों ने चुप्पी साध ली.

तेजाब के लिए तैयार किए गए हैं गाइडलाइन
तेजाब की बिक्री के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. ऐसे में तेजाब किसको बेचा जाता है और कितनी मात्रा में इसका रिकॉर्ड अनिवार्य रूप से रखा होता है, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन दोनों ही गंभीरता से एसिड विक्रेताओं का रिकॉर्ड नहीं बना रही हैं. ऐसे में बड़ा सवालिया बना हुआ है कि आखिर कब तक लोगों की पहचान छीनने वाले तेजाब की बिक्री बंद होगी.

पीड़िता 18 प्रतिशत जली
पीड़िता के आंख के नीचे 18% चेहरा झुलस गया. हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर तेजाब थोड़ा सा भी ऊपर जाता तो पीड़िता की आंख चली जाती. घटना के संदर्भ में कैसरबाग कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई. FIR में बताया गया है कि शनिवार दोपहर 4 बजे रामचंद्र नाम का व्यक्ति क्षेत्र में पायल साफ करने आया, जिसके झोले में ज्वलनशील तेजाब था.

आरोपी महिला ने झोले को फेंका
झोले में रखे तेजाब को पीड़िता की पड़ोस में ही रहने वाली आशा सोनी नाम की महिला ने उठाकर पीड़िता पर फेंक दिया, जिससे उसका चेहरा जल गया. साथ ही आसपास खड़ी कुछ अन्य महिलाओं को भी तेजाब की छींटे पड़ीं, जिसमें अन्य महिलाएं मामूली रूप से झुलस गईं. FIR पीड़िता की मौसी की लड़की महक की ओर से लिखाई गई है. एफआईआर के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पायल बेचने वाले रामचंदर और आरोपी महिला आशा को गिरफ्तार किया.

पड़ोसियों ने इसे दुर्घटना बताया
घटना के बारे में जब पीड़िता के पड़ोसियों से बातचीत की गई तो उन्होंने घटना को दुर्घटना बताया. लोगों का कहना था कि दोनों परिवार में किसी तरह की कोई रंजिश नहीं थी. पायल की सफाई करने वाले रामचंद्र और आशा सोनी में कुछ विवाद था. इस दौरान आशा सोनी ने रामचंद्र का झोला उठाकर जिसमें तेजाब रखा हुआ था फेंका, जिससे तेजाब पीड़िता के चेहरे पर गिरा और उसका चेहरा 18% तक झुलस किया.

ईटीवी से बातचीत में पीड़िता की मां ने बताया कि जिस वक्त घटना हुई वह मौके पर नहीं थी. गिरफ्तार की गई महिला से उनके परिवार की कोई रंजिश भी नहीं है. मां ने बताया कि पीड़िता का कहना है कि उसके ऊपर थैली फेंकी गई, जिससे तेजाब की बोतल रखी थी और तेजाब से उसका चेहरा जल गया.

रामचंद्र नाम का व्यक्ति है जो बेगूसराय बिहार के रहने वाला है. यह घर-घर जाकर ज्वेलरी की सफाई का काम करता है. दोपहर 4 बजे बेगूसराय में ज्वेलरी साफ करने के लिए पहुंचा था, तभी आरोपी महिला आशा सोनी और रामचंद्र के बीच में नोकझोंक होने लगी. इस बीच आशा सोनी ने रामचंद्र का थैला उठाकर फेंका, जिसमें रखी बोतल खुल गई और तेजाब पीड़िता के चेहरे पर लगा. इस घटना में पीड़िता सहित दो अन्य महिलाओं पर भी तेजाब की छींटे पड़े हैं.
-सुरेश चंद्र रावत, प्रभारी पुलिस अधीक्षक


इसे भी पढ़ें- JNU हिंसा को VC ने निंदनीय बताया, कर्नाटक में कैंडल मार्च

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार महिला अपराधों पर लगाम लगाने की भले ही तमाम दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. एसिड अटैक पीड़ित की मदद के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार तमाम दावे और एसिड की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए नोटिफिकेशन क्यों न जारी करती हो, लेकिन उन तमाम दावे और नोटिफिकेशन कोरे साबित हो रही है.

13 साल की बच्ची पर फेंका तेजाब.

प्रशासन की अनदेखी से बिक रहा तेजाब
जिम्मेदारों की अनदेखी का ही नतीजा है कि राजधानी लखनऊ में 13 वर्षीय बच्ची तेजाब का शिकार हो गई. घटना के बाद पुलिस यह पता करने में जुटी हुई है कि बच्ची के साथ हुई घटना आपराधिक थी या कोई दुर्घटना थी. लखनऊ पुलिस के आलाधिकारियों से इस बारे में सवाल किया गया कि आखिर तेजाब लोगों को मिलता कहां से है तो इस बारे में अधिकारियों ने चुप्पी साध ली.

तेजाब के लिए तैयार किए गए हैं गाइडलाइन
तेजाब की बिक्री के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. ऐसे में तेजाब किसको बेचा जाता है और कितनी मात्रा में इसका रिकॉर्ड अनिवार्य रूप से रखा होता है, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन दोनों ही गंभीरता से एसिड विक्रेताओं का रिकॉर्ड नहीं बना रही हैं. ऐसे में बड़ा सवालिया बना हुआ है कि आखिर कब तक लोगों की पहचान छीनने वाले तेजाब की बिक्री बंद होगी.

पीड़िता 18 प्रतिशत जली
पीड़िता के आंख के नीचे 18% चेहरा झुलस गया. हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर तेजाब थोड़ा सा भी ऊपर जाता तो पीड़िता की आंख चली जाती. घटना के संदर्भ में कैसरबाग कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई. FIR में बताया गया है कि शनिवार दोपहर 4 बजे रामचंद्र नाम का व्यक्ति क्षेत्र में पायल साफ करने आया, जिसके झोले में ज्वलनशील तेजाब था.

आरोपी महिला ने झोले को फेंका
झोले में रखे तेजाब को पीड़िता की पड़ोस में ही रहने वाली आशा सोनी नाम की महिला ने उठाकर पीड़िता पर फेंक दिया, जिससे उसका चेहरा जल गया. साथ ही आसपास खड़ी कुछ अन्य महिलाओं को भी तेजाब की छींटे पड़ीं, जिसमें अन्य महिलाएं मामूली रूप से झुलस गईं. FIR पीड़िता की मौसी की लड़की महक की ओर से लिखाई गई है. एफआईआर के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पायल बेचने वाले रामचंदर और आरोपी महिला आशा को गिरफ्तार किया.

पड़ोसियों ने इसे दुर्घटना बताया
घटना के बारे में जब पीड़िता के पड़ोसियों से बातचीत की गई तो उन्होंने घटना को दुर्घटना बताया. लोगों का कहना था कि दोनों परिवार में किसी तरह की कोई रंजिश नहीं थी. पायल की सफाई करने वाले रामचंद्र और आशा सोनी में कुछ विवाद था. इस दौरान आशा सोनी ने रामचंद्र का झोला उठाकर जिसमें तेजाब रखा हुआ था फेंका, जिससे तेजाब पीड़िता के चेहरे पर गिरा और उसका चेहरा 18% तक झुलस किया.

ईटीवी से बातचीत में पीड़िता की मां ने बताया कि जिस वक्त घटना हुई वह मौके पर नहीं थी. गिरफ्तार की गई महिला से उनके परिवार की कोई रंजिश भी नहीं है. मां ने बताया कि पीड़िता का कहना है कि उसके ऊपर थैली फेंकी गई, जिससे तेजाब की बोतल रखी थी और तेजाब से उसका चेहरा जल गया.

रामचंद्र नाम का व्यक्ति है जो बेगूसराय बिहार के रहने वाला है. यह घर-घर जाकर ज्वेलरी की सफाई का काम करता है. दोपहर 4 बजे बेगूसराय में ज्वेलरी साफ करने के लिए पहुंचा था, तभी आरोपी महिला आशा सोनी और रामचंद्र के बीच में नोकझोंक होने लगी. इस बीच आशा सोनी ने रामचंद्र का थैला उठाकर फेंका, जिसमें रखी बोतल खुल गई और तेजाब पीड़िता के चेहरे पर लगा. इस घटना में पीड़िता सहित दो अन्य महिलाओं पर भी तेजाब की छींटे पड़े हैं.
-सुरेश चंद्र रावत, प्रभारी पुलिस अधीक्षक


इसे भी पढ़ें- JNU हिंसा को VC ने निंदनीय बताया, कर्नाटक में कैंडल मार्च

Intro:नोट- वॉक थ्रू में बैकग्राउंड में कुछ आपत्तिजनक कपड़े हैं जिनको ब्लर कर लीजिएगा

एंकर

लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार महिला अपराधों पर लगाम लगाने के लिए भले ही तमाम दावे करती हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही हो। एसिड अटैक पीड़ित की मदद के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार तमाम दावे व एसिड की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए नोटिफिकेशन क्यों न जारी करती हो लेकिन उन तमाम दावे व नोटिफिकेशन कोरे साबित हो रही है। जिम्मेदारों की अनदेखी का ही नतीजा है कि राजधानी लखनऊ में 13 वर्षीय बच्ची तेजाब का शिकार हो गई। घटना के बाद पुलिस या पता करने में जुटी हुई है कि बच्ची के साथ हुई घटना आपराधिक किया या कोई दुर्घटना थी। घटना की दुर्घटना होने के बारे में तो पुलिस अधिकारी जवाब दे रहे हैं लेकिन हम लखनऊ पुलिस के आला अधिकारियों से इस बारे में सवाल जवाब किया गया कि आखिर तेजाब लोगों को मिलता कहां से है तो इस बारे में अधिकारियों ने चुप्पी साध ली बताते चलें तेजाब की बिक्री के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है ऐसे में तेजाब किसको बेचा जाता है और कितनी मात्रा में इसका रिकॉर्ड अनिवार्य रूप से रखा होता है लेकिन जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन दोनों ही गंभीरता से एसिड विक्री वक्रता विक्रेताओं का रिकॉर्ड नहीं बनाते हैं। ऐसे में बड़ा सवालिया बना हुआ है कि आखिर कब तक लोगों की पहचान छीनने वाले तेजाब की बिक्री बंद होगी।




Body:वियो

पीड़िता के आंख के नीचे 18% चेहरा झुलस गया। जिस तरह से तेजाब से उनका चेहरा जला है उसको देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर तेजाब थोड़ा सा भी ऊपर जाता तो पीड़िता की आंख चली जाती। घटना के संदर्भ में कैसरबाग कोतवाली मे एफआईआर दर्ज कराई गई। f.i.r. मैं बताया गया है। शनिवार दोपहर 4:00 बजे रामचंद्र नाम का व्यक्ति क्षेत्र में पायल साफ करने आया जिसके झोले में ज्वलनशील तेजाब था। जिस झोले में तेजाब रखा था उसे पड़ोस में ही रहने वाली आशा सोनी नाम की महिला ने उठाकर पीड़िता पर फेंक दिया, जिससे उसका चेहरा जल गया साथ ही आसपास खड़ी कुछ अन्य महिलाओं को भी तेजाब की छींटे पड़ी, जिसमें अन्य महिलाएं मामूली रूप से झुलस गई। f.i.r. पीड़िता की मौसी की लड़की महक की ओर से लिखाई गई है। एफआईआर के बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए पायल बेचने वाले रामचंदर व आरोपी महिला आशा को गिरफ्तार किया। घटना के बारे में जब पीड़िता के पड़ोसियों से बातचीत की गई तो उन्होंने घटना को दुर्घटना बताया लोगों का कहना था कि दोनों परिवार में किसी तरह की कोई रंजिश नहीं थी पायल की सफाई करने वाले रामचंद्र व आशा सोनी मैं कुछ विवाद था इसी दौरान आशा सोनी ने रामचंद्र का झोला उठाकर जिसमें तेजाब रखा हुआ था फेंका जिससे तेजाब पीड़िता के चेहरे पर गिरा और उसका चेहरा 18% तक झुलस किया।

ईटीवी से बातचीत में पीड़िता की मां ने बताया कि जिस वक्त घटना हुई वह मौके पर नहीं थी। गिरफ्तार की गई महिला से उनके परिवार की कोई रंजिश भी नहीं है। मां ने बताया कि पीड़िता का कहना है कि उसके ऊपर थैली फेंकी गई जिससे तेजाब की बोतल रखी थी तेजाब से उसका चेहरा जल गया।




Conclusion:बाइट- प्रभारी पुलिस अधीक्षक लखनऊ सुरेश चंद्र रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि रामचंद्र नाम का व्यक्ति हैं जो बेगूसराय बिहार के रहने वाले हैं। यह घर-घर जाकर ज्वेलरी की सफाई का काम करते हैं। दोपहर 4:00 बजे बेगूसराय में ज्वेलरी साफ करने के लिए पहुंचे थे तभी आरोपी महिला आशा सोनी व रामचंद्र के बीच में नोकझोंक होने लगी इसी बीच आशा सोनी ने रामचंद्र का थैला उठाकर फेंका, जिसमें रखी बोतल खुल गई और तेजाब पीड़िता के चेहरे पर लगा। इस घटना में पीड़िता सहित दो अन्य महिलाओं पर भी तेजाब की छींटे लगी हैं।

(संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26)




Last Updated : Jan 12, 2020, 11:28 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.