लखनऊः यूपी में आयुर्वेद चिकित्सक बनने का सपना पाले छात्र-छात्राओं को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, केंद्रीय चिकित्सा परिषद ने दर्जनभर कॉलेजों की इस सत्र की मान्यता निरस्त कर दी है. ऐसे में बीएएमएस की सैकड़ों सीटों का झटका लगा है.
आयुर्वेद निदेशक यूपी डॉ. एसएन सिंह के मुताबिक शैक्षिक सत्र 2021-2022 की काउंसिलिंग जारी है. 3 मार्च से आयुष पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए दूसरे चक्र की काउंसलिंग शुरू होगी. इस बार आयुर्वेद के 12 कॉलेजों को काउंसलिंग से बाहर कर दिया गया है. केंद्रीय चिकित्सा परिषद ने कॉलेजों में मानक सही न मिलने पर मान्यता निरस्त कर दी है.
BAMS की 880 सीटों पर रोक
नीट आयुष काउंसलिंग के प्रभारी डॉ. उमाकान्त के मुताबिक 12 कॉलेजों में 880 बीएएमएस की सीटें थीं. इन्हें लिस्ट से हटा दिया गया है. राज्य में 50 निजी व 8 सरकारी आयुर्वेद कॉलेज हैं. काउंसलिंग के लिए छात्र 3 मार्च से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे.
इन कॉलेजों की मान्यता छिनी
डॉ. उमाकान्त के मुताबिक श्री कृष्ण आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज वाराणसी, आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज शिकोहाबाद-फिरोजाबाद, डॉक्टर अनार सिंह मेडिकल कॉलेज फर्रुखाबाद, केवी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज आगरा, अपेक्स मेडिकल कॉलेज मिर्जापुर, भगवंत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज बिजनौर, प्रेम रघु आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज हाथरस, एमडी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज आगरा, एस एन एस के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज गाजीपुर, शांति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज बलिया, शहीद नरेंद्र आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज अलीगढ़, जेडी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ की मान्यता निरस्त हो गई है.
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