लखनऊ: कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर सबसे ज्यादा रोडवेज कर्मचारियों पर पड़ा है. प्रदेश के सभी क्षेत्रों से परिवहन निगम मुख्यालय ने मृत कर्मचारियों की सूचना तलब की थी. इसके बाद क्षेत्रों ने जो रिपोर्ट भेजी है उसके अनुसार कोरोना वायरस से 113 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जिसके बाद उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने उत्तर प्रदेश सरकार से कोविड की दूसरी लहर में मृत 113 कर्मियों के आश्रितों को कोरोना वॉरियर्स की तरह 50 लाख रुपए अनुग्रह धनराशि दिए जाने की मांग की है.
परीक्षण कर शासन भेजी जाएगी सूची
रोडवेज के इन 113 अधिकारियों व कर्मचारियों, जिनमें (संविदा और आउटसोर्स) शामिल हैं, की मौत हुई है. परिवहन निगम मुख्यालय से प्रदेश भर के डिपो से मांगी गई सूचना में अप्रैल और मई में अधिकारी और नियमित कर्मचारी 78, संविदा कर्मी 31 और आउटसोर्स के चार कर्मियों की मौत ड्यूटी के दौरान कोरोना से संक्रमित होने पर हुई. परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक कार्मिक डीबी सिंह बताते हैं कि इनमें सबसे ज्यादा कर्मियों की मौत मुरादाबाद में 15 और कानपुर परिक्षेत्र में 10 लोगों की हुई है. प्रधान प्रबंधक ने बताया कि कोविड से मृत अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ संविदा और आउटसोर्स कर्मियों की सूची आ गई है, जिसका परीक्षण करने के बाद सूची शासन को भेजी जाएगी.
कैसरबाग बस अड्डे पर दी गई श्रद्धांजलि
रोडवेज के अधिकारियों और कर्मचारियों की मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए कैसरबाग बस स्टेशन पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के शाखा अध्यक्ष रजनीश मिश्रा की अध्यक्षता में अधिकारियों और कर्मचारियों ने सभी मृत अधिकारियों और कर्मचारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, साथ ही सरकार से तत्काल उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने की मांग की.
मृतक आश्रितों को शीघ्र लाभ के साथ नियुक्ति की गुहार लखनऊ
उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने उत्तर प्रदेश सरकार से कोविड की दूसरी लहर में मृत 113 कर्मियों के आश्रितों को कोरोना वॉरियर्स की तरह 50 लाख रुपए अनुग्रह धनराशि दिए जाने की मांग की है. इसके अलावा अन्य लाभों का भुगतान और आश्रित कोटे में नियुक्ति का भी अनुरोध किया है. महामंत्री गिरीश मिश्र ने कहा है कि कोरोना से शहीद हुए नियमित, संविदा और आउटसोर्स कार्मिकों को तत्काल लाभ दिया जाए.
कर्मचारियों के आश्रितों की मदद करे परिवहन निगम उन्होंने कहा है कि मृत्यु के बाद ग्रेच्युटी, नकदीकरण, सामूहिक बीमा योजना के अंतर्गत देय लाभ, कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ इम्प्लाइ डायरेक्ट लिंक ईंश्योरेंस का लाभ, कर्मचारी कल्याण योजना के अंतर्गत देय धनराशि का भुगतान शीघ्र किया जाए. उन्होंने बताया कि इस संबंध में परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक धीरज साहू को भेजे गए पत्र में जिक्र किया गया है कि परिवहन निगम ने अपने सौ से ज्यादा कर्मियों को कोरोना काल में खो दिया है. कई कर्मियों का परिवार अनाथ हो गया है. परिवार के लोगों ने लाखों रुपए इलाज में खर्च कर दिए, फिर भी अपने को बचा नहीं सके. ऐसे परिवार गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. उनके आश्रितों को तत्काल भुगतान करते हुए उनके नौकरी दी जाए.