लखनऊः महिला और बाल सुरक्षा संगठन 1090 और सशस्त्र सीमा बल (SSB) मिलकर मानव तस्करी (Human Trafficking) रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे. अपराध रोकने के लिए दोनों संगठनों के कर्मचारियों को एक्सपर्ट प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा. यह निर्णय महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के सभागार में मंगलवार को दो दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर निर्णय लिया गया. इस कार्यक्रम में मानव तस्करी को रोकने के लिये कई बिन्दुओं पर चर्चा की गई.
कार्यशाला में मुख्य अतिथि ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने UP POLICE और SSB के जवानों को मानव तस्करी रोकने के लिये महकमे (AHTU यूनिट्स) को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया और प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया. कार्यशाला में महिलाओं व बच्चों पर इसके प्रभाव व रोकथाम पर चर्चा की गई. इसके साथ ही नेपाल सीमा पर होने वाली गतिविधियों के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यशाला से जवानों की कार्यक्षमता बढ़ती है लिहाजा ऐसे आयोजन होते रहने चाहिये.
कार्यशाला में भारत-नेपाल सीमा से सटे पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती और महाराजगंज के 45 अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया. इसमें विशेषज्ञ के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के वकील रविकांत और गोवा की अर्ज संस्था के संस्थापक अरुण पाण्डेय मौजूद रहे. इसके अलावा एडीजी 1090 नीरा रावत, आईजी एसएसबी रत्न संजय, डीआईजी रविशंकर छवि, एसपी 1090 अंलकृता सिंह, एएसपी वीरेन्द्र कुमार, नीति द्विवेदी समेत कई अफसर मौजूद रहे.