लखनऊ: पिछले दिनों में ईटीवी भारत ने 108 एंबुलेंस की 20 मिनट में पहुंचने की वादे की हकीकत जानने के लिए डमी टेस्ट किया था, जिसमें 108 एंबुलेंस पूरी तरह से फेल हो गई थी. ईटीवी भारत की खबर को संज्ञान लेते हुए एंबुलेंस सेवा को सुधारने की बात कही गई है. इसी के तहत अब 108 एंबुलेंस में एक महीने के ट्रायल पर जीपीएस की सुविधा शुरू की जाएगी. यदि अच्छे परिणाम होंगे तो आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश भर की एंबुलेंस इसी व्यवस्था पर चलेगी.
108 एंबुलेंस में लगेंगे जीपीएस सिस्टम-
- राजधानी में लगातार एंबुलेंसों के जाम में फंसने और देरी से आने की शिकायत आती रहती है.
- इससे बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है, इसके लिए एंबुलेंस में जीपीएस लगाया जा रहा है.
- जिसके बाद से एंबुलेंस चला रहे ड्राइवर और फोन करने वाले तीमारदार को एक दूसरे की पूरी जानकारी मिल सकेगी.
- वहीं एंबुलेंस सेवा को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा.
- शहर में चल रही 102 और 108 की एंबुलेंस में जीपीएस लगाया जाएगा.
नए एप की सुविधा से कंट्रोल रूम को खुद जानकारी मिल जाएगी कि कौन सी एंबुलेंस कब मरीज तक पहुंचेगी. इसके लिए एंबुलेंस में एक महीने के लिए ट्रायल वर्जन पर जीपीएस की नई तकनीकी शुरू की जाएगी. इससे जरूरतमंद को भी तय समय बता दिया जाएगा. इसके लिए फोन में एक एप डाउनलोड किया जाएगा.
-डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ