लखनऊ: राजधानी की जिला जेल में कोरोना संक्रमण ने पांव पसार लिया है. जिला जेल में निरुद्ध 100 बंदी कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं. इन बंदियों में 50 बंदी भोजन बनाने और परोसने वाले हैं. इतनी संख्या में बंदियों के कोरोना संक्रमित मिलने से जेल प्रशासन में हड़कंप का माहौल हो गया है.
जेल अधिकारियों ने बताया कि बंदियों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है. पॉजीटिव पाए गए बंदियों को अलग बैरक में रखा गया है. उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल की दवा के साथ, भांप और काढ़ा दिया जा रहा है. हालांकि, बंदियों की संख्या की पुष्टि जेल प्रशासन नहीं कर रहा है. जिला जेल में वर्तमान समय मे करीब 4 हजार बंदी निरुद्ध हैं. इसमें विचाराधीन बंदियों के साथ सजायाफ्ता कैदी भी शामिल है. सूत्रों के मुताबिक, जेल में बीते सप्ताह कुछ बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया गया था. जिसमें करीब आधा दर्जन से अधिक बंदी संक्रमित मिले थे. इसके बाद एक संक्रमित बंदी के साथ रहने वाले 25-25 बंदियों का परीक्षण कराया गया. जिसमें 100 बंदियो में संक्रमण की पुष्टि हुई है. जेल प्रशासन इन बंदियों के संपर्क में आने वाले बंधुओं का भी कोरोना टेस्ट करा रही है.
सूत्रों की माने तो लखनऊ जेल के करीब 4 हजार बंदियों का खाना 150 कैदी बनाते हैं. इन कैदियों को भोजन बनाने से लेकर भोजन परोसने का काम सौंपा गया है. ऐसे 150 कैदियों में 50 कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिसकी जानकारी से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया.
अलग बैरक में रखा जा रहा नये कैदियों को
बाहर से आने वाले कैदियों और नए कैदियों के लिए एक अलग से बैरक बनाई गई है. ये बैरक अन्य बैरक से दूर बनाया गया है. जहां नए कैदियों को रखा जा रहा है. 14 दिन तक क्वारंटीन रखने के बाद इन कैदियों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है. रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही इन कैदियों को दूसरे कैदियोंं के बैरक में शिफ्ट किया जाएगा.
कोविड सुरक्षा के मद्देनजर जेल की बैरकों का दिन में दो बार सैनिटाइजेशन हो रहा है. कैदी दिन में 2 बार भांप ले रहे और एक बार काढ़ा पी रहे हैं जो जेल में ही बनता है. इसके अलावा कैदियों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. हर एक कैदी को साबुन जेल प्रशासन की तरफ से दिया गया है. जिससे वह दिन में हाथ धुलते रहें.
कई संक्रमित कैदियों का अस्पताल में चल रहा इलाज
जेल अस्पताल में कई संक्रमित कैदियों का इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक जेल में करीब 10 कैदी अस्पताल में हैं जो संक्रमित हैं. कुछ को अलग बैरक में रखा जा रहा है. जिस कैदी की हालात ज्यादा बिगड़ती है. उसे बाहर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जा रहा है.
जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने कहा कि जेल में कोविड सुरक्षा के मद्देनजर कैदियों का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्हें काढ़ा दिया जा रहा है और उनके बैरक का दिन में दो बार सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है. जिससे वे संक्रमण से दूर रहे.
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