लखनऊः कोरोना वायरस का कहर अब भयावह रूप लेता जा रहा है. इससे संक्रमित रोगी बड़ी संख्या में अपनी जान गंवा रहे हैं. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कोरोना वायरस वार्ड में पिछले 24 घंटों में 10 व्यक्तियों कि संक्रमण की वजह से मृत्यु हो गई. कोरोना वायरस वार्ड में भर्ती इन मरीजों में से 8 की रविवार को मृत्यु हुई है, जबकि दो लोगों की शनिवार रात में हुई थी.
केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता के अनुसार, गोरखपुर के रतनपुर निवासी 47 वर्षीय पुरुष मरीज को 28 अगस्त को ही गंभीर अवस्था में कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया था. मरीज को डायबिटीज की समस्या थी और एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम होने की वजह से 29 अगस्त को ही शाम 5:30 बजे उनकी मृत्यु हो गई. इसके अलावा लखनऊ के बालागंज निवासी 49 वर्षीय पुरुष मरीज को 24 अगस्त को भर्ती किया गया था मरीज में मधुमेह और उच्च रक्तचाप की समस्या थी. इस वजह से उन्हें क्रॉनिक किडनी डिसीज हो गया था. उन्हें डायलिसिस पर रखा गया था. 29 अगस्त की शाम 5:15 बजे मरीज की कार्डियॉरेस्पिरेट्री अरेस्ट की वजह से कोरोना वार्ड में मृत्यु हो गई.
इसके अलावा गुडंबा निवासी 32 वर्षीय मरीज को शनिवार की रात में भर्ती किया गया था. मीडिया प्रवक्ता के अनुसार भर्ती के समय ही रोगी की स्थिति बेहद नाजुक थी और कार्डियोपलमोनरी अरेस्ट होने की वजह से 30 अगस्त की सुबह 4:30 बजे ही कोरोना वार्ड में मरीज की मृत्यु हो गई.
शाहजहांपुर के नवी बस्ती निवासी 29 वर्षीय पुरुष मरीज को 22 अगस्त को एक्सीडेंटल केस के तहत केजीएमयू में भर्ती किया गया था. मरीज को अपेंडिकुलर रप्चर हो गया था. इसके साथ ही उनकी किडनी में भी चोट पहुंची थी. 30 अगस्त को एक्यूट कोरोनरी डिसीज और किडनी इंजरी की वजह से मरीज की मृत्यु हो गई.
हरदोई के पहेलिया निवासी 35 वर्षीय महिला मरीज को 17 अगस्त को केजीएमयू के कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया था. मरीज को डायबिटीज थी. इसके अलावा उन्हें पैनक्रेयॉटाईटिस था और उन्हें मल्टिपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम हो गया था. 30 अगस्त को एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम और कार्डियोपलमोनरी अरेस्ट होने की वजह से मरीज की मृत्यु हो गई.
इसके अलावा आजमगढ़ के निवासी 65 वर्षीय पुरुष मरीज को 7 अगस्त को केजीएमयू में भर्ती किया गया था. मरीज को कोरोनरी आर्टरी डिजीज और डायबिटीज की समस्या थी. 30 अगस्त को एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम और एक्यूट किडनी इंजरी की वजह से मृत्यु हो गई. आजमगढ़ के ही फतेहपुर निवासी 17 वर्षीय मरीज को रविवार को ही सुबह भर्ती किया गया था. मरीज को डिफ्यूज कॉअगुलोपैथी हो गयी थी. इसके अलावा कार्डियोपलमोनरी अरेस्ट और हेमोरेजिक शॉक की वजह से मरीज की दिन में ही मृत्यु हो गई.
बच्चे के रुधौली निवासी 22 वर्षीय युवक 4 जून को रोड एक्सीडेंट के बाद केजीएमयू लाया गया था. मीडिया प्रवक्ता के अनुसार, मरीज बेडरिडेन हो गया था और दिल सही तरह से काम नहीं कर रहा था. स्थिति गंभीर होने पर हमने उन्हें आईसीयू में रखा था. 30 जून को सुबह 10:08 पर मरीज की कार्डियोपलमोनरी अरे की वजह से मृत्यु हो गई.
इसके अलावा लखनऊ के काकोरी निवासी 32 वर्षीय पुरुष को शनिवार की सुबह भर्ती किया गया था, मरीज की हालत बेहद नाजुक थी. रविवार की सुबह ही कार्डियोपलमोनरी अरेस्ट और अक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम होने की वजह से 8:15 बजे कोरोनावायरस मरीज की मृत्यु हो गई. लखनऊ की ही जानकीपुरम निवासी 35 वर्षीय महिला मरीज को भी रविवार की सुबह ही भर्ती किया गया था, लेकिन कार्डियोपलमोनरी अरेस्ट की वजह से दोपहर 3:00 बजे कोरोनावायरस उनकी मृत्यु हो गई.
लखनऊ में अब तक कोरोनावायरस के संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या 346 पर पहुंच चुकी है. वहीं प्रदेश भर में अब तक 3423 लोग संक्रमण की वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं.