लखनऊ: राजधानी के हजरतगंज कोतवाली में एक महिला ने अपने रिश्तेदारों सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी कर 10 लाख की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. पीड़िता ने अपने रिश्तेदारों के साथ शामिल ठगों पर आबकारी विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर की गई 10 लाख की ठगी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
हरदोई की रहने वाली संध्या तिवारी में अपने रिश्तेदार निखिल त्रिवेदी सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए खुद के साथ 10 लाख रुपये की ठगी होने की बात कही है. संध्या का आरोप है साल 2019 में उनके रिश्तेदार निखिल ने आबकारी विभाग में नौकरी निकलने की सूचना दी थी. इसके बाद उन्होंने उसकी नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे खर्च होने और नियुक्ति कराने का भरोसा दिलाया था.
संध्या तिवारी ने बताया कि उसके रिश्तेदार निखिल त्रिवेदी इंदिरा भवन स्थित भूगर्भ विभाग में कार्यरत हैं. पीड़िता ने बताया कि निखिल उसके रिश्तेदार थे, इसलिए भरोसा कर 10 लाख रुपये दे दिए गए थे. पीड़िता ने अपने शिकायती पत्र में रिश्तेदार निखिल त्रिवेदी के साथ उनके साथियों का नाम शामिल किया है. संध्या का आरोप है जब उसको ना तो नौकरी मिली और ना ही उसके पैसे वापस हुए तो वह अपने रिश्तेदार के घर पहुंची. इस पर उनके रिश्तेदार ने लगातार टालमटोल करना शुरू कर दिया.
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हजरतगंज इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि हरदोई की रहने वाली एक युवती संध्या तिवारी ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए अपने रिश्तेदार निखिल त्रिवेदी और उनके साथी रविकांत सिंह, मृत्युंजय और रविशंकर के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता ने बताया कि उसके रिश्तेदार ने अपने साथियों के साथ मिलकर आबकारी विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 10 लाख रुपये की ठगी की है. इंस्पेक्टर ने कहा कि पीड़िता की तहरीर गुरुवार को प्राप्त हुई थी, जिसकी जांच करने के बाद शुक्रवार को मुकदमा धोखाधड़ी की धाराओं में दर्ज कर लिया गया है. मामले की विवेचना की जा रही है. विवेचना के दौरान साक्ष्य सामने आने पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.