लखनऊ: राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाने पर मुंबई के एक व्यवसायी ने भाजपा नेता समेत चार लोगों पर धोखाधड़ी का अभियोग पंजीकृत कराया है. धोखाधड़ी छोटी-मोटी नहीं, बल्कि दस करोड़ की. बहरहाल, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर प्रकरण से जुड़े सभी पहलुओं की तफ्तीश में जुट गई है.
मुम्बई से ताल्लुक रखने वाले एक व्यवसायी के मुताबिक, वो मेसर्स नेचुरल प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है जो कंपनी विजयपाल प्रजापति की है. बकौल, पीड़ित मुम्बई में आयोजित एक पार्टी में उसकी मुलाकात रायबरेली रोड निवासी आनंद सिंह उर्फ त्रिकालदर्शी से हुई. मुलाकात में आनंद ने उसे बताया कि वो लखनऊ का एक प्रतिष्ठित व्यापारी है और ठेकेदारों के बीच अच्छी पकड़ रखता है. इसके साथ ही उसने बताया कि उसे रेत खनन का अच्छा ज्ञान है. यही बात करते हुए अगली मुलाकात में त्रिकालदर्शी ने उसे झांसे में ले लिया और बताया कि बांदा में कई अच्छे टेंडर हैं, जिन्हें लेकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. यह कहकर उसने एक करोड़ साठ लाख रुपये कंपनी के खाते में ट्रांसफर करा लिए.
आरोप है कि दीपक ने भरोसा करके एक करोड़ साठ लाख रुपये बयाने के रूप में दे दिए. इसके बाद साइट निरीक्षण के नाम पर साल 2018 से लेकर 2019 तक वो 3 बार लखनऊ आया और विभूतिखंड के होटल रणवीर में रुका. इसी दौरान इसकी मुलाकात बीजेपी नेता राजीव और नवनीत भदौरिया से भी हुई.
इसे भी पढ़ें-Pornography Case: कानपुर तक फैला है शिल्पा के पति राज कुंद्रा का पोर्नोग्राफी कनेक्शन
पीड़ित ने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा अनुमोदन प्रकाशित हुआ, जिसमें विजयपाल प्रजापति का नाम था. इस बात पर दीपक ने सवाल किए तो त्रिकालदर्शी ने उसे बताया कि यह महज फॉर्मेलिटी के लिए है. बाकी सारा काम दीपक का ही होगा. इसी प्रकार झांसे में लेते हुए त्रिकालदर्शी और उसके अन्य साथियों ने दीपक से नौ करोड़ उन्नचास लाख रुपये हड़प लिए. दीपक को इसका आभास हुआ तो उसने विरोध किया, जिस पर विपक्षियों ने उससे हाथापाई करते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली. इंस्पेक्टर विभूतिखंड ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.