ललितपुर: सरकारी स्कूलों की स्थिति को सुधारने के लिए प्रेरणा एप को 5 सितंबर शिक्षक दिवस के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लॉन्च किया गया. इसको लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं जिले में प्रेरणा एप को लेकर सदर विधायक रामरतन कुशवाहा और उनकी पत्नी शिक्षिका शकुंतला कुशवाहा के बीच ही घमासान मची हुई है. जहां विधायक प्रेरणा एप का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं विधायक की पत्नी इसका विरोध करती नजर आ रही हैं.
प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की मनमानी पर लगाम लगाने और सरकारी स्कूलों की स्थिति को सुधारने के लिए प्रेरणा एप के माध्यम से देश के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक उचित कदम उठाया है. लेकिन प्रदेश भर के प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं. जिले में इस एप को लेकर सदर विधायक के घर में ही घमासान मचा हुआ है. जहां विधायक इस एप का समर्थन कर रहे हैं. वहीं विधायक जी की पत्नी विरोध कर रही हैं.
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विधायक की पत्नी शकुंतला कुशवाहा कि कहना है कि इस एप के माध्यम से शासन ने जो अध्यापकों की उपस्थिति के लिए सुबह, दोपहर और शाम एक सेल्फी लेकर उपस्थिती दर्ज करना है. इस चीज का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ ऐसी खामियां है, जो अध्यापकों के व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित कर सकता है. इस एप से महिलाओं को भी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने कहा कि योगी सरकार ने जो प्रेरणा एप लागू किया है, ये कई मायने में बहुत अच्छा एप है. इसको लेकर शिक्षकों के विरोध पर कहूंगा कि वही शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं जो काम में अपना मन नहीं लगाते है या ये कहें कि वे इस एप से घबरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रेरणा एप से शिक्षकों और शिक्षिकाओं को कोई समस्या नहीं है.