ललितपुर: जिले के पंचायती राज कार्यलय में वेतन न मिलने से परेशान एक सफाईकर्मी ने डीजल डालकर आत्मदाह की कोशिश की. इस दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों ने आनन-फानन पकड़कर उसकी जान बचाई. बताया जा रहा है कि विकास खंड बिरधा के पटौआ गांव निवासी उमेश पंचायती राज विभाग में सफाईकर्मी है और झरकौन गांव में तैनात है. वो रोज सफाई काम करता है, लेकिन 10 माह से वेतन न मिलने से बेहद परेशान है.
पीड़ित सफाईकर्मी उमेश की पत्नी ने बताया कि ललितपुर में किराए का मकान लेकर वो रहते हैं. उनके बच्चे पढ़ रहे हैं. मकान का 40 हजार रुपये किराया बकाया है. वह रोज गांव में जाकर सफाई का काम करते हैं. वेतन न मिलने बहुत परेशानियां झेल रहे हैं. सफाईकर्मी उमेश के बताया कि उसे पिछले साल नवंबर के महीने से वेतन नहीं मिला है. इसके चलते उसका पूरा परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है. उसने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं. उनकी पढ़ाई की फीस भी नहीं भर पा रहा है.
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मामले में जिला पंचायती राज अधिकारी नवीन मिश्रा ने बताया कि सफाईकर्मी उमेश शराब का आदी है. पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान से मिली सूचना के मुताबिक सफाईकर्मी की तरफ से सफाई का काम नहीं किया गया. इसके चलते उसका पेरोल नहीं बन पाया और वेतन नहीं मिला.
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