ललितपुर: जिले में आवारा कुत्तों का आतंक फैलता जा रहा है. इसकी वजह से लोगों में आवारा कुत्तों का खौफ बना हुआ है. जिले में पिछले एक महीने में कुत्तों के काटने के 300 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. आवारा कुत्तों को लेकर शहरवासी काफी चिंतित हैं. वहीं नगर पालिका प्रशासन मौन बैठा हुआ है. नगरपालिका के पास इन आवारा और खूंखार कुत्तों पर लगाम लगाने की कोई योजना नहीं है. जिसके चलते जिला अस्पताल में पिछले एक महीने में लगभग 300 लोगों को रेबीज का इंजेक्शन लग चुका है. इसमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं.
- जिले में लगातार आवारा कुत्तों की बढ़ रही संख्या को लेकर शहरवासी काफी चिंतित हैं.
- शाम को अंधेरा होने के बाद लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है.
- अगर कोई भी व्यक्ति गली में अकेला निकलता है तो आवारा कुत्ते उन पर झपट पड़ते हैं.
- गली मोहल्लों में खेलते बच्चे अक्सर इन आवारा कुत्तों के शिकार हो जाते हैं.
- नगरपालिका के पास इन आवारा और खूंखार कुत्तों पर लगाम लगाने की कोई योजना नहीं है.
- इसके चलते जिला अस्पताल में पिछले एक महीने में लगभग 300 लोगों को रेबीज का इंजेक्शन लग चुका है.
मैं सुबह साढ़े 8 बजे घूमने के लिए जा रही थी. तभी रानीबाग के सामने एकाएक कुत्ता आया और उसने मुझे काट लिया. इसके पहले और लोगों को भी काटा है.
-किरण वैध, पीड़ित महिला
मेरी बच्ची को कुत्ते ने काटा है. यह आवारा कुत्ता है जो बाहर घूमता रहता है. नगर पालिका इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. प्रशासन कुत्ते को पकड़े, क्योंकि मोहल्ले में 8-10 लोगों को काट चुका है. पूरे शहर में कुत्तों का आतंक है
-विपिन कुमार राठौर, पीड़ित बच्ची के पिता
हमारी डॉग बाइट की जो मंथली रिपोर्ट जाती है, उस रिपोर्ट के हिसाब से 21/11/19 से 20/12/19 तक 300 नये केस आये हैं. 300 लोगों को रेबीज के इंजेक्शन लगाये गए हैं और ठंड की वजह से कुत्ते काटने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है.
-आशीष बबेले, फार्मिसिस्ट, जिला अस्पताल
कुत्तों के काटने की खबर एक हफ्ते में ही संज्ञान में आई है. इन आवारा कुत्तों ने काफी लोगों को काट लिया है. नगर पालिका EO को भी निर्देशित कर दिया है कि कर्मचारियों की टीम गठित करे और उन कुत्तों को पकड़ कर बाहर जंगल की ओर छोड़ कर आयें.
-रजनी साहू, नगर पालिका अध्यक्ष
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