ललितपुर: जिले में कोरोना को लेकर एक राहत की खबर सामने आई है. आगरा से लौटे सभी मजदूरों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मैलवारा खुर्द निवासी 16 मजदूर आगरा से थे. उनमें से एक मजदूर की हालत 22 अप्रैल को बिगड़ने लगी थी. इसकी सूचना पाकर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम गांव पहुंची थी, जहां पर पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आगरा से लौटे सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया था. वहीं उनके सैम्पल लेकर जांच के लिए सैफई प्रोयगशाला में भेजा था. उन सभी मजदूरों की रिपोर्ट आ गई है, जिसकी जानकारी देते हुए सीएमओ ने बताया कि सभी मजदूरों के सैम्पल नेगेटिव पाए गए हैं.
बताते चलें कि जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम मैलवारा खुर्द के आदिवासी बस्ती में रहने वाले लगभग 16 मजदूर दिहाड़ी मजदूरी के लिए आगरा गए थे और लॉकडाउन के चलते वहां फंस गए थे. इसकी जानकारी जिला प्रशासन को मिली थी कि सभी मजदूर 17 मार्च से 7 अप्रैल के बीच आगरा से वापस लौटे हैं, जिनमें से एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमित होने की आशंका है.
सूचना पाते ही पुलिस प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण, स्क्रीनिंग और फिर उनकी सैम्पलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी. इसके बाद सभी मजदूरों के सैम्पल को कोरोना जांच के लिए सैफई प्रयोगशाला भेज दिया गया. वहीं सभी 16 मजदूरों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन एहतियात के तौर पर ग्राम मैलवारा खुर्द में मजदूरों की बस्ती को सीज किया गया है और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए बस्ती में रह रहे लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है.
ललितपुर के ग्राम मैलवारा खुर्द निवासी 16 दिहाड़ी मजदूरों की आगरा से लौटने की सूचना मिली थी, जिसमें से 1 मजदूर की हालत खराब होने पर पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर सभी मजदूरों के सैम्पल लिया और उसे जांच के लिए सैफई प्रयोगशाला भेजा. इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है, लेकिन एतिहायत के तौर पर सभी को 14 दिनों तक क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई है.
-डॉ. प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी