ललितपुरः राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ और सदर विधायक रामरतन कुशवाहा को विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामले में न्यायिक हिरासत में लिया गया. लगभग 4 घंटे तक राज्यमंत्री न्यायिक हिरासत में रहे. बताया जा रहा है कि कुछ अधिकारियों ने विद्वेष पूर्वक विधानसभा 2017 के दौरान राज्यमंत्री और सदर विधायक पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया गया था.
2017 में किया था आचार संहिता का उल्लघंन
विधानसभा चुनाव 2017 में नामांकन के दौरान राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ और सदर विधायक के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के मामले में न्यायालय के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया गया था. इस मामले में गुरुवार को राज्यमंत्री को न्यायिक हिरासत में लिया गया. वहीं न्यायालय के समक्ष जमानत के लिए पत्र दाखिल किया गया और उसे स्वीकार कर लिया गया. मामला एडीजे प्रथम उमेश कुमार की न्यायालय में दर्ज किया गया था.
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भाजपा जिलाध्यक्ष बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ अधिकारियों ने विद्वेष पूर्वक आचार संहिता उल्लंघन का आरोप पत्र दाखिल किया था. इसमें जांच के दौरान मामला गलत पाया गया. न्यायालय के आदेश के सम्मान में दोनों जनप्रतिनिधि न्यायालय के समक्ष उपस्थित हुए. इसके बाद न्यायालय में जमानत प्रार्थना पत्र दिया और न्यायालय ने जमानत स्वीकार कर लिया.