ललितपुर के तहसील मड़ावरा में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर एक युवक की इलाज के अभाव में मौत हो गई. परिजनों ने युवक की मौत का जिम्मेदार डॉक्टरों को ठहराते हुए अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. जब इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो तत्काल मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझाया और युवक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
इलाज के लिए चाचा को अस्पताल लेकर आया था. जहां डॉक्टरों ने बिना देखे ही सिर पर पानी डालने को कहते रहे, लेकिन इलाज नहीं किया और न ही कहीं रेफर किया. 3 घंटे बाहर ही तड़पते रहे और उनकी मौत हो गई. हमारी मांग है कि डॉक्टरों पर कार्रवाई हो.
देवेन्द्र मृतक का भतीजा
विषाक्त पदार्थ खाकर युवक को इलाज के लिए लाया गया था. जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. वहीं परिजनों ने आवेश में आकर बाहर परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. जिससे सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. मृतक युवक का प्राथमिक इलाज किया गया था प्राथमिक इलाज के बाद ही मरीज को रेफर किया जाता.
विकास पाठक इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर