ललितपुर: जनपद ललितपुर और मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्र में हुई जोरदार बारिश से बेतवा नदी के तट पर स्थित राजघाट बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे राजघाट बांध के 12 गेटों को खोलकर लगातार लाखों क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है. वहीं राजघाट से बांध से छोड़े जा रहे पानी से जिले में स्थित माताटीला बांध के 22 गेट और सुकमा-डुकमा बांध से भी लगातार लाखों क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने नीचे की ओर स्थित गांवों में बाढ़ अलर्ट जारी कर दिया है.
ललितपुर जिले में और पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के आस पास के क्षेत्रों में पिछले 2-3 दिनों से झमाझम बरसात हो रही है. इसके चलते बेतवा नदी के तट पर स्थित राजघाट बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, इससे राजघाट बांध के 12 गेटों को खोलकर रात 12 बजे से 3 लाख 68 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा था. लेकिन सुबह से 2 लाख 40 हजार क्यूसिक छोड़ा जा रहा है. इससे माताटीला बांध का भी जलस्तर बढ़ गया और माताटीला बांध के 23 गेटों को खोल कर भी 3 लाख 68 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है. जबकि सुकमा-डुकमा बांध का जलस्तर भी बढ़ गया और सुकमा-डुकमा बांध से भी 2 लाख 5 हजार क्यूसिक पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने नीचे की ओर स्थित गांव में अलर्ट जारी कर दिया और पशुओं को पानी के पास नहीं ले जाने के लिए भी आदेश जारी किया है. बता दें कि ललितपुर जिले में स्थित सभी 12 बांध लबालब भर चुके हैं.
अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि मध्य प्रदेश से काफी मात्रा में पानी छोड़ा गया है. रात 12 बजे 3 लाख 68 हजार क्यूसिक पानी बेतवा के राजघाट बांध से छोड़ा गया था, लेकिन सुबह से 2 लाख 40 हजार क्यूसिक कर दिया गया है. इसी प्रकार माताटीला बांध से रात से 3 लाख 68 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है और सुकमा-डुकमा बांध से 2 लाख 5 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है. हालांकि अभी बाढ़ की कोई संभावना नहीं है, लेकिन कुछ गांवों में पानी आ सकता है उसके लिए बाढ़ चौकियां तैयार हैं. गांव के लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. पशुओं को नदी के किनारे ले जाने पर रोक है. तफरी करने वाले सैलानियों को भी रोक दिया गया है. जनपद स्थित सभी बांध पूरी तरह से भर गए हैं. इसके अलावा गोविंद सागर बांध भी भर चुका है.