लखीमपुर खीरीः यूपी के दुधवा टाइगर रिजर्व में संदिग्ध परिस्थितियों में एक बाघ का शव मिला है. बाघ की मौत की वज़ह अभी स्पष्ट नहीं है. दुधवा बफर जोन डीडी के डॉक्टर अनिल पटेल का कहना है कि बाघ की मौत की वजह तलाशी जा रहीं. एक्सपर्ट टीम लखनऊ से भी आ रही है. मौके पर वन विभाग की टीम और पुलिस भी पहुंच गई है.
दुधवा बफर जोन में मैलानी रेंज में सड़क किनारे जंगल के अंदर एक बाघ का शव पड़ा होने की खबर दुधवा पार्क प्रशासन को मिली. खबर मिलने पर दुधवा बफर जोन डीडी डाक्टर अनिल कुमार पटेल टीम के साथ मौके पर पहुंचे. गोला खुटार रोड पर मैलानी बफर जोन क्षेत्र में हुई बाघ की मौत क्यों और कैसे हुई अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. बताया गया कि वर्ष 2009 में इसी जगह पर एक बाघ की भारी वाहन की टक्कर से मौत हुई थी.
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दुधवा बफर जोन डीडी डॉक्टर अनिल कुमार पटेल का कहना है कि पोस्टमार्टम पैनल से कराया जाएगा. लखनऊ से प्रोजेक्ट टाइगर के एसी कमलेश कुमार भी घटनास्थल का मुआयना करने आ रहे हैं. डॉ. अनिल पटेल ने बताया कि बाघ के दाहिने पैर में खरोंच के निशान हैं. मौत की सही वजह पोस्टमार्टम से पता चलेगी.
उधर, बताया जा रहा है कि दुधवा टाइगर रिजर्व में पड़ने वाली मैलानी रेंज में बाघ की मौत की वजह सड़क हादसा हो सकती है. NH 730 के निकलने के बाद यहां पर तेज रफ्तार वाहन जंगल से निकलते हैं. अंदेशा लगाया जा रहा है कि किसी तेज रफ्तार बड़े वाहन ने ही बाघ को भी टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गया और थोड़ी दूर जाकर जंगल में उसकी मौत हो गई हो.