लखीमपुर खीरी: जंगल में मछली मारने के लिए गए एक युवक को बाघ ने अपना शिकार बना डाला. बाघ ने युवक को पूरी तरह से खा डाला. दूसरे दिन जंगल से युवक की सिर्फ हड्डियां बरामद हुई हैं. दुधवा पार्क प्रशासन के अफसर भी हैरत में हैं कि आखिर बाघ ने युवक को कैसे खाया कि उसका जरा भी मांस शरीर पर नहीं बचा.
दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. अनिल पटेल कहते हैं एक दिन में कैसे कोई बाघ पूरे युवक को खा गया. ये हैरान कर देने वाला है. अनिल पटेल ने बताया कि इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है, लोगों को उस इलाके में जाने के लिए आगाह किया जा रहा. बता दें कि जनवरी से मझरा इलाके में ये तीसरी टाइगर किलिंग की घटना है.
हड्डियां और कपाल अलग-अलग मिला
दुमेडा गांव का रहने वाला 40 वर्षीय शिवकुमार मझरा पूरब के जंगल में गया था. उसके साथ कुछ और लोग भी जंगल गए थे. जानकारी के मुताबिक ये लोग मछली मारने के लिए अवैध रूप से जंगल में गए थे. वह सब लोग घर वापस आ गए, लेकिन शिवकुमार वापस नहीं आया. शिवकुमार की तलाश की गई तो गुरुवार को उसका कंकाल जंगल के अंदर मिला. हड्डियां और कपाल तक अलग-अलग पड़ा हुआ था. हड्डियों पर से मांस एकदम गायब था, इससे अंदाजा लगाया जा रहा कि शिवकुमार को बाघ ने खा डाला. वन विभाग ने शिवकुमार के बचे कंकाल को पुलिस के जरिए पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है.
जंगल में देखी गई बाघिन
दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन के डिप्टी डायरेक्टर अनिल कुमार पटेल ने बताय कि मजरा जंगल कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार से लगा हुआ है. इसका जंगल बाघों के लिए मुफीद हैबिटेट है. पानी की उपलब्धता और शिकार बाघों को यहां अच्छी रिहायश देते हैं. मझरा जंगल में बाघिन भी अपने दो बच्चों के साथ देखी जा रही है और वहीं दो मेल बाघ भी हैं. हो सकता है बाघिन ने शिवकुमार को मारा हो और शावकों संग खा डाला हो, क्योंकि एक दिन में बाघ पूरे इंसान का मांस नहीं खा सकता है.