लखीमपुर खीरी: चुनाव के रंग भी अजब-गजब हैं. खीरी लोकसभा सीट पर एक प्रत्याशी नाच-गा कर वोटरों का दिल जीतने की कोशिश कर रहा है. जी हां, यहां से पारो किन्नर ने चुनाव मैदान में ताल ठोंकी है. इस किन्नर प्रत्याशी के प्रचार का तरीका अनोखा है. वहीं पारो किन्नर पहली बार चुनाव में नहीं खड़े हैं. इसके पहले विधानसभा चुनाव में भी मैदान में उतर चुके हैं.
प्रत्याशी पारो किन्नर के चुनाव प्रचार का अनोखा है तरीका
- पारो पहली बार चुनाव में नहीं खड़े नहीं हुए हैं इसके पहले विधानसभा चुनाव में भी ताल ठोक चुके हैं.
- वह जनता से वोट भी मांगते हैं तो अलग तरीके से. पारो को पोल खोल पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है पोल खोल पार्टी नेताओं की पोल खोलते हैं देश में फैल है भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं.
- नेताओं के साथ साथ जनता के खून में जो भ्रष्टाचार पनप गया उस पर भी जमकर तंज कसते हैं पारो अपने प्रचार में कहते हैं कि एक बार उनको जीता दो तो वह सनसनी फैला देंगें.
- पारो जनता के दिल को छूने के लिए नए-नए तरीके अख्तियार करते हैं एक गांव में जाते हैं तो भैंस का गिरांव पकड़ कर चलने लगते हैं जनता को उनका यह अंदाज खूब भाता है वह लोगों से पूछते हैं कि दूध का रेट सही मिल रहा है
- पारो के साथ पोल खोल पार्टी के संस्थापक नरेश सिंह भदोरिया टोपी पहनकर साथ साथ चलते हैं. किन्नर पारो उन्हीं के निर्देशन में अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं .
- पारो किन्नर जिस गांव में जाते हैं वहां पर उनको देखने के लिए बच्चे बूढ़े और जवानों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है.
देश में नेता तो कुछ कर नहीं पाए इसीलिए चुनाव मैदान में एक को किन्नर उतारा है. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए इस देश में एक बड़े ऑपरेशन की जरूरत है क्योंकि यहां नेताओं ने भ्रष्टाचार कर करके जनता के खून में भी भ्रष्टाचार फैला दिया है तभी तो प्रधानी के चुनाव से लेकर लोकसभा तक में दारू मुर्गा और पैसे के बल पर वोट खरीद लिए जाते हैं.
नरेश सिंह भदौरिया(संस्थापक पोल खोल पार्टी)