लखीमपुर: जिले के मुड़िया गांव के किसान विनोद तिवारी ने 10 बीघा खेत बटाई पर लेकर सीओएस 0238 वैरायटी का गन्ना बोया था. खेत पर आए तो देखा गन्ना सारा सूखा खड़ा है. विनोद के खेत में गन्ने का कैंसर यानी 'रेड राट' रोग लग गया, जिसे लाल सड़न रोग कहते हैं. किसान विनोद का कहना है कि 12 हजार का तो सिर्फ बीज ही डाला था. सिंचाई, खाद, पानी करीब 50 हजार के ऊपर की लागत थी, गन्ना सिर्फ 3500 का निकला.
जानें क्या था पूरा मामला-
- लखीमपुर में गन्ने की सीओएस 0238 वैरायटी में 'रेड रॉट' कैंसर होने का मामला सामने आया है.
- जिले के गन्ना अधिकारी बृजेश पटेल का कहना है कि यह रोग गन्ने का कैंसर कहलाता है.
- अधिकारियों का मानना है कि करीब 500 हेक्टेयर से ज्यादा बोने पर 'रेड रॉट' की बीमारी देखी गई है.
- यह बीमारी उन खेतों में ज्यादा है जहां पूरा गन्ना बोया लेकिन बुआई के समय गन्ने के बीज को उपचारित नही किया.
- गन्ने में कैंसर फैलने से जिले के कई किसानों का हजारों का नुकसान हो रहा है.
यूपी में गन्ने का कटोरा कहे जाने वाले खीरी जिले में 0238 वैरायटी के गन्ने में कैंसर तेजी से फैल गया है. शुरुआत में चीनी मिल इसे छिपाती रहीं. रोग बढ़ता गया तो किसान तबाह होने लगा. 0238 वैरायटी वो शानदार वैरायटी थी यूपी में करीब 60 फ़ीसदी से ज्यादा गन्ने के रकबे पर 0238 वैरायटी का एकछत्र राज हो गया था. पर अब इस वैरायटी में तेजी से कैंसर फैल रहा. आधे से ज्यादा किसान इस वैरायटी में फैले कैंसर ने तबाह हो चुके हैं.
यह रोग गन्ने में कैंसर ही कहलाता है, और यह बीमारी भी लाइलाज है. जिला गन्ना अधिकारी मानते हैं कि अभी तक करीब 500 हेक्टेयर से ज्यादा रखने पर रेड रॉट यानी कि गन्ने का कैंसर की बीमारी देखी गई है. यह बीमारी उन किसानों के खेतों में ज्यादा फैल रही है, जिन्होंने पूरा गन्ना बो दिया और बुआई के समय गन्ने के बीज को उपचारित नहीं किया.
-ब्रजेश पटेल, डीसीओ