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लखीमपुर में गैंगरेप व हत्या के आरोपियों को लेकर एसआईटी ने ऐसे करवाया सीन रीक्रिएट

लखीमपुर खीरी में दो सगी बहनों की कथित रेप के बाद हत्या के मामले में एसआईटी ने आरोपियों को लेकर घटनास्थल का सीन रीक्रिएट करवाया. इसके बाद पुलिस ने निघासन कोतवाली में आरोपियों से गहन पूछताछ की.

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एसआईटी ने आरोपियों को दोनों लड़कियो के पुतले बनाकर और घटनास्थल का कराया सीन रिक्रिएट
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Published : Sep 21, 2022, 7:29 PM IST

Updated : Sep 21, 2022, 8:16 PM IST

लखीमपुर खीरीः जनपद के निघासन थाना (Nighasan Kotwali) इलाके में दो सगी बहनों की कथित रेप के बाद हत्या के मामले में एसआईटी ने बुधवार को आरोपियों को रिमांड पर लेकर सीन रीक्रिएट करवाया. सीओ संजय नाथ तिवारी की अगुआई में बनी एसआईटी ने चारों मुख्य आरोपियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पूरा सीन रीक्रिएट किया. इसके लिए पुलिस ने दोनों लड़कियो के पुतले बनाए और घटनास्थल पर ले गई.

बता दें कि मंगलवार को एसआईटी ने कोर्ट से मंगलवार को चार आरोपियों की 72 घण्टे की रिमांड मांगी थी. इस पर कोर्ट ने सिर्फ 14 घण्टे की रिमांड दी. इसके बाद बुधवार की सुबह जेल से मुख्य आरोपी जुनैद, सुहेल, हफीजुर्रहमान और छोटू को लेकर एसआईटी निघासन पहुंची. इस दौरान पुलिस ने उस गन्ने के खेत मे पूरा सीन रिक्रिएट कराया. इसके बाद पुलिस ने निघासन कोतवाली में आरोपियों से गहन पूछताछ की.

मामले में 14 सितंबर को जिस गांव में दो दलित नाबालिग सगी बहनों की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. वारदात की तफ्तीश के लिए एसपी संजीव सुमन (SP Sanjeev Suman) ने एसआईटी का गठन किया. सीओ निघासन संजयनाथ तिवारी की अगुआई में बने इस विशेष जांच दल में कोतवाल चंद्रभान यादव, पलिया कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र, निघासन के एसआई ओमप्रकाश सरोज, तिकुनियां एसआई बलराम सिंह, निघासन की महिला सिपाही सर्वेश कुमारी और स्वाट टीम के एसआई जयप्रकाश यादव को शामिल किया गया

बुधवार सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक चौदह घंटे का रिमांड की मंजूरी के बाद सीओ संजयनाथ तिवारी और कोतवाल चंद्रभान यादव समेत एसआईटी टीम ने चारों आरोपियों को जेल से लाई. इसके बाद वहां से करीब सवा नौ बजे एसआईटी सदस्य चारों आरोपियों को साथ लेकर पहले कोतवाली पहुंचे. वहां उनसे दो घंटे तक गहन पूछताछ की. वहां से एसआईटी टीम उनको लेकर गन्ने के खेत में घटनास्थल पहुंची. वहां टीम ने चारों आरोपियों के जरिए करीब सवा घंटे तक घटना का सीन रिक्रिएट किया. इसके लिए पुलिस टीम ने पॉलीथिन, पुतलों और बाइक का इस्तेमाल किया. चारों आरोपियों के साथ तमाम सिपाहियों के जरिए सीन को दोहराया गया.

सिपाही से बाइक चलवाकर गांव और लालपुर रोड से घटनास्थल तक दूरी देखी गई. बताया जाता है कि घटनास्थल पर आरोपियों से पूछताछ भी की जाती रही. सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक सिम का बाहरी हिस्सा पाया गया. इस जांच के दौरान किसी को भी खेत के भीतर नहीं जाने दिया गया. आरोपी छोटू की मां उसका नाम लेकर बिलखती रही. वह रोते-रोते बेहोश होकर गिर गई. वहां से टीम आरोपियों को लेकर फिर कोतवाली पहुंच गई.

यह भी पढ़ें-पीलीभीत में दलित युवती के साथ गैंगरेप के पुलिस को नहीं मिले सबूत

सीओ संजयनाथ तिवारी और कोतवाल चंद्रभान यादव ने यहां हुई कवायद की जानकारी पत्रकारों को देने से इंकार कर दिया गया. एसआईटी ने अदालत से मिले नौ बजे रात तक के समय के करीब दो घंटे पहले ही चारों आरोपियों को वापस जेल पहुंचा दिया. चारों आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस और एसआईटी ने पूरे इलाके को घेर रखा था. मीडिया और उसके कैमरों को घटनास्थल और आसपास भी नहीं जाने दिया गया. हालांकि फिर भी मीडिया के कैमरे दूरदराज से वहां तक पहुंच गए.

यह भी पढ़ें-अलीगढ़ में प्रेम विवाह करने वाले युवक की गला रेतकर हत्या

लखीमपुर खीरीः जनपद के निघासन थाना (Nighasan Kotwali) इलाके में दो सगी बहनों की कथित रेप के बाद हत्या के मामले में एसआईटी ने बुधवार को आरोपियों को रिमांड पर लेकर सीन रीक्रिएट करवाया. सीओ संजय नाथ तिवारी की अगुआई में बनी एसआईटी ने चारों मुख्य आरोपियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पूरा सीन रीक्रिएट किया. इसके लिए पुलिस ने दोनों लड़कियो के पुतले बनाए और घटनास्थल पर ले गई.

बता दें कि मंगलवार को एसआईटी ने कोर्ट से मंगलवार को चार आरोपियों की 72 घण्टे की रिमांड मांगी थी. इस पर कोर्ट ने सिर्फ 14 घण्टे की रिमांड दी. इसके बाद बुधवार की सुबह जेल से मुख्य आरोपी जुनैद, सुहेल, हफीजुर्रहमान और छोटू को लेकर एसआईटी निघासन पहुंची. इस दौरान पुलिस ने उस गन्ने के खेत मे पूरा सीन रिक्रिएट कराया. इसके बाद पुलिस ने निघासन कोतवाली में आरोपियों से गहन पूछताछ की.

मामले में 14 सितंबर को जिस गांव में दो दलित नाबालिग सगी बहनों की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. वारदात की तफ्तीश के लिए एसपी संजीव सुमन (SP Sanjeev Suman) ने एसआईटी का गठन किया. सीओ निघासन संजयनाथ तिवारी की अगुआई में बने इस विशेष जांच दल में कोतवाल चंद्रभान यादव, पलिया कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र, निघासन के एसआई ओमप्रकाश सरोज, तिकुनियां एसआई बलराम सिंह, निघासन की महिला सिपाही सर्वेश कुमारी और स्वाट टीम के एसआई जयप्रकाश यादव को शामिल किया गया

बुधवार सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक चौदह घंटे का रिमांड की मंजूरी के बाद सीओ संजयनाथ तिवारी और कोतवाल चंद्रभान यादव समेत एसआईटी टीम ने चारों आरोपियों को जेल से लाई. इसके बाद वहां से करीब सवा नौ बजे एसआईटी सदस्य चारों आरोपियों को साथ लेकर पहले कोतवाली पहुंचे. वहां उनसे दो घंटे तक गहन पूछताछ की. वहां से एसआईटी टीम उनको लेकर गन्ने के खेत में घटनास्थल पहुंची. वहां टीम ने चारों आरोपियों के जरिए करीब सवा घंटे तक घटना का सीन रिक्रिएट किया. इसके लिए पुलिस टीम ने पॉलीथिन, पुतलों और बाइक का इस्तेमाल किया. चारों आरोपियों के साथ तमाम सिपाहियों के जरिए सीन को दोहराया गया.

सिपाही से बाइक चलवाकर गांव और लालपुर रोड से घटनास्थल तक दूरी देखी गई. बताया जाता है कि घटनास्थल पर आरोपियों से पूछताछ भी की जाती रही. सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक सिम का बाहरी हिस्सा पाया गया. इस जांच के दौरान किसी को भी खेत के भीतर नहीं जाने दिया गया. आरोपी छोटू की मां उसका नाम लेकर बिलखती रही. वह रोते-रोते बेहोश होकर गिर गई. वहां से टीम आरोपियों को लेकर फिर कोतवाली पहुंच गई.

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सीओ संजयनाथ तिवारी और कोतवाल चंद्रभान यादव ने यहां हुई कवायद की जानकारी पत्रकारों को देने से इंकार कर दिया गया. एसआईटी ने अदालत से मिले नौ बजे रात तक के समय के करीब दो घंटे पहले ही चारों आरोपियों को वापस जेल पहुंचा दिया. चारों आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस और एसआईटी ने पूरे इलाके को घेर रखा था. मीडिया और उसके कैमरों को घटनास्थल और आसपास भी नहीं जाने दिया गया. हालांकि फिर भी मीडिया के कैमरे दूरदराज से वहां तक पहुंच गए.

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Last Updated : Sep 21, 2022, 8:16 PM IST
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