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लखीमपुर हिंसा मामला: आरोपी आशीष मिश्र समेत सभी 13 आरोपियों पर बढ़ाई गईं धाराएं, सीजेएम ने दिया आदेश - union minister of state for home ajay mishra

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा मामले में आशीष मिश्र समेत सभी 13 आरोपियों पर सीजेएम ने धाराएं बढ़ाने का आदेश दिया है. इन आरोपियों पर अब अटेम्प्ट टू मर्डर, मर्डर, अंगभंग करने की नियत से हमला, शस्त्र अधिनियम और सोच समझकर साजिशन हमला करने जैसी तमाम गम्भीर धाराओं पर भी मुकदमा चलेगा.

लखीमपुर हिंसा के आरोपियों पर बढ़ाई गई धाराएं
लखीमपुर हिंसा के आरोपियों पर बढ़ाई गई धाराएं
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Published : Dec 14, 2021, 8:52 PM IST

Updated : Dec 14, 2021, 9:00 PM IST

लखीमपुर खीरी: तिकुनिया हिंसा मामले में अब मंत्री के बेटे आशीष मिश्र समेत सभी 13 आरोपियों पर तमाम गंभीर धाराओं में मुकदमा चलेगा. विवेचक के प्रार्थना पत्र पर सीजेएम ने धाराएं बढ़ाने का आदेश दिया है. एपीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि सीजेएम की अदालत ने एसआईटी के विवेचक की अर्जी पर सुनवाई करते हुए धारा 307, 326, 34 और 3/25/30 (शस्त्र अधिनियम)बढ़ाने के आदेश दिए हैं.

एसआईटी ने घटना को सोची समझी साजिश बताने के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्र समेत 14 लोगों के खिलाफ धारा 279, 338, 304 A की जगह अब अटेम्प्ट टू मर्डर, मर्डर, अंगभंग करने की नियत से हमला, शस्त्र अधिनियम और सोच समझकर साजिशन हमला करने जैसी तमाम गम्भीर धाराएं लगाई हैं.

लखीमपुर हिंसा के आरोपियों पर बढ़ाई गई धाराएं

ये था मामला

ज्ञात हो कि तिकुनिया काण्ड में 3 अक्टूबर को डिप्टी सीएम के विरोध के लिए इकट्ठा हुए किसानों पर गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र समेत 13 लोगों पर जीप चढ़ाकर चार किसानों और एक पत्रकार की कुचलकर साजिशन हत्या का आरोप है. गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र उर्फ मोनू, उसके दोस्त अंकित दास, बीजेपी सभासद सुमित जायसवाल उर्फ मोदी समेत इनके 13 साथी अभी जेल में ही हैं. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच चल रही है. सुप्रीम कोर्ट ने 3 आईपीएस को भी इस मामले की जांच करने के लिए नियुक्त किया है.

इसे भी पढ़ें- SIT ने लखीमपुर कांड को बताया साजिश, BKU ने मांगा केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा और गिरफ्तारी

धाराएं बढ़ाने के लिए दिया गया था प्रार्थना पत्र

एसआईटी के विवेचक विद्याराम दिवाकर ने सीजेएम कोर्ट में सोमवार को एक अर्जी लगाकर गृह राज्य मंत्री के बेटे समेत सभी आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या समेत कुछ धाराएं हटाकर, जानबूझकर साजिश कर एक राय होकर अंग-भंग करने के उद्देश्य से किसानों पर गाड़ी चढ़ाने और शस्त्र अधिनियम की धाराएं बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. सीजेएम अदालत ने मंगलवार को मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा समेत सभी 13 आरोपियों को कोर्ट में तलब किया था. बचाव पक्ष के वकीलों ने इन धाराओं को बढ़ाने का विरोध किया. बहस के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित कर लिया था. अदालत ने देर शाम धाराएं बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं. एपीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि कोर्ट ने आदेश कर दिया है. अब इन बदली हुई धाराओं में भी आरोपियों पर केस चलेगा.

बता दें कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी मंगलवार को लाव लश्कर के साथ जेल में अपने बेटे से मिलने के लिए पहुंचे थे.

लखीमपुर खीरी: तिकुनिया हिंसा मामले में अब मंत्री के बेटे आशीष मिश्र समेत सभी 13 आरोपियों पर तमाम गंभीर धाराओं में मुकदमा चलेगा. विवेचक के प्रार्थना पत्र पर सीजेएम ने धाराएं बढ़ाने का आदेश दिया है. एपीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि सीजेएम की अदालत ने एसआईटी के विवेचक की अर्जी पर सुनवाई करते हुए धारा 307, 326, 34 और 3/25/30 (शस्त्र अधिनियम)बढ़ाने के आदेश दिए हैं.

एसआईटी ने घटना को सोची समझी साजिश बताने के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्र समेत 14 लोगों के खिलाफ धारा 279, 338, 304 A की जगह अब अटेम्प्ट टू मर्डर, मर्डर, अंगभंग करने की नियत से हमला, शस्त्र अधिनियम और सोच समझकर साजिशन हमला करने जैसी तमाम गम्भीर धाराएं लगाई हैं.

लखीमपुर हिंसा के आरोपियों पर बढ़ाई गई धाराएं

ये था मामला

ज्ञात हो कि तिकुनिया काण्ड में 3 अक्टूबर को डिप्टी सीएम के विरोध के लिए इकट्ठा हुए किसानों पर गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र समेत 13 लोगों पर जीप चढ़ाकर चार किसानों और एक पत्रकार की कुचलकर साजिशन हत्या का आरोप है. गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र उर्फ मोनू, उसके दोस्त अंकित दास, बीजेपी सभासद सुमित जायसवाल उर्फ मोदी समेत इनके 13 साथी अभी जेल में ही हैं. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच चल रही है. सुप्रीम कोर्ट ने 3 आईपीएस को भी इस मामले की जांच करने के लिए नियुक्त किया है.

इसे भी पढ़ें- SIT ने लखीमपुर कांड को बताया साजिश, BKU ने मांगा केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा और गिरफ्तारी

धाराएं बढ़ाने के लिए दिया गया था प्रार्थना पत्र

एसआईटी के विवेचक विद्याराम दिवाकर ने सीजेएम कोर्ट में सोमवार को एक अर्जी लगाकर गृह राज्य मंत्री के बेटे समेत सभी आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या समेत कुछ धाराएं हटाकर, जानबूझकर साजिश कर एक राय होकर अंग-भंग करने के उद्देश्य से किसानों पर गाड़ी चढ़ाने और शस्त्र अधिनियम की धाराएं बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. सीजेएम अदालत ने मंगलवार को मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा समेत सभी 13 आरोपियों को कोर्ट में तलब किया था. बचाव पक्ष के वकीलों ने इन धाराओं को बढ़ाने का विरोध किया. बहस के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित कर लिया था. अदालत ने देर शाम धाराएं बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं. एपीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि कोर्ट ने आदेश कर दिया है. अब इन बदली हुई धाराओं में भी आरोपियों पर केस चलेगा.

बता दें कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी मंगलवार को लाव लश्कर के साथ जेल में अपने बेटे से मिलने के लिए पहुंचे थे.

Last Updated : Dec 14, 2021, 9:00 PM IST
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