लखीमपुर खीरी: पुलिस वसूली से परेशान होकर जिले की गौरीफंटा कोतवाली में आग लगाकर आत्मदाह करने वाले मैजिक ड्राइवर की रविवार को लखनऊ के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. ड्राइवर की मौत पर समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार और पुलिस पर निशाना साधते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि भाजपा 2.0 में पुलिस की अवैध वसूली ने गरीब की ले ली. दोषी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर सरकार न्याय दे.
बता दें कि जिले में पलिया शहर के कृष्णानगर मोहल्ला निवासी शिवम गुप्ता पलिया और गौरीफंटा के बीच मैजिक कार चलाकर परिवार का पेट पालते था. होली के दिन शिवम गुप्ता ने गौरीफंटा कोतवाली के सामने खुद को आग लगा ली. आग से झुलसे शिवम ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में इंडो नेपाल बार्डर के गौरी घंटा कोतवाल और स्टाफ के दलालों के साथ मिलकर टैक्सी के धंधे में वसूली की पूरी कहानी बताई थी. पुलिस और दलालों की मिलीभगत से वसूली का आरोप लगाया था. उसने बताया था कि वह खुद 2500 रुपए महीने कोतवाल और पुलिस को देता है. पैसै नहीं देने पर उनकी गाड़ी सीज कर दी जाती है. इससे तंग आकर उसने खुद को आग लगा ली.
इस दौरान गंभीर झुलसे शिवम गुप्ता को पहले जिला अस्पताल, फिर नाजुक हालत को देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया गया. मामले में सीओ पलिया संजय नाथ तिवारी ने बताया कि मृतक शिवम गुप्ता की पत्नी प्रीती गुप्ता की तहरीर पर गौरीफंटा थाने में 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इसमें अविरल उर्फ गोलू, सूरज, रिंकल गुप्ता, विपिन सक्सेना और पप्पू गुप्ता शामिल हैं. सभी आरोपी पलिया के निवासी हैं और गौरीफंटा में अपना धंधा करते हैं.
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बता दें कि बीजेपी की जीत के बाद सरकार के गठन से पहले ही हुई इस घटना से विपक्ष को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है. इसके चलते समाजवादी पार्टी ने मामले में ट्वीट कर योगी सरकार को घेरा है. समाजवादी पार्टी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि भाजपा 2.0 में पुलिस की अवैध वसूली ने गरीब की जान ले ली है. लखीमपुर खीरी में पुलिस के अवैध वसूली से परेशान होकर गौरीफंटा कोतवाली में आत्मदाह करने वाले टैक्सी चालक शुभम गुप्ता की मौत अत्यंत दुखद है. दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दे.
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