लखीमपुर खीरीः केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इलाके में एक पत्रकार को थर्ड डिग्री टार्चर देने का मामला सामने आया है. पत्रकार ने निघासन थाने के इंस्पेक्टर और स्टॉफ पर थर्ड डिग्री टार्चर करने का आरोप लगाया है. पत्रकार का आरोप है कि सोमवार को रात भर पुलिस ने पीटा और थर्ड डिग्री दी. पत्रकार की चोटों के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है. घटना के बाद बुधवार को कोतवाली में स्थानीय पत्रकारों ने धरना दिया और निघासन पुलिस के पूरे स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की.
जानकारी के अनुसार विकास दीक्षित निघासन कोतवाली के लुधौरी गांव का रहने वाला है. वह बरेली से प्रकाशित एक अखबार का तहसील प्रभारी है. विकास की अपनी पत्नी से कुछ अनबन चल रही थी. पत्नी ने विकास के खिलाफ निघासन थाने में तहरीर दी थी. पत्नी की शिकायत के आधार पर 14 अगस्त को पुलिस विकास को दोपहर में पकड़कर लाई थी. इसके बाद विकास का आरोप है कि निघासन पुलिस ने उसे रातभर हवालात में बंद कर थर्ड डिग्री टार्चर दिया. किसी पत्रकार से मिलने नहीं दिया. विकास की अपने गांव के पास से ही कुछ साल पहले लव मैरिज हुई थी. उसकी पत्नी हरिद्वार में एक महामंडलेश्वर के चेले की बहन बताई जा रही है.
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विकास ने सीओ निघासन सुबोध कुमार जायसवाल को एक शिकायती पत्र देकर कोतवाली पुलिस पर गंभीर रूप से पीटने और यातनाएं देने के आरोप लगाया है. विकास ने अपनी चोटें भी दिखाई, जिसके कई वीडियो विकास ने पत्रकारों से शेयर किए हैं. घटना पर सीओ का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है. विकास को निघासन पुलिस के थर्ड डिग्री टार्चर को लेकर निघासन पुलिस के खिलाफ पत्रकारों में काफी रोष है.
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