लखीमपुर खीरी: जिले के महेशपुर रेंज के बुंदेली नानकार गांव में बाघ ने किसान पर हमला कर दिया. गन्ने के खेत में किसान बाघ से करीब 15 मिनट तक लड़ता रहा. इस हमले में किसान गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन अपनी जान बचा ली. घायल किसान का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. वहीं इसी इलाके में एक अन्य शख्स को बाघ ने अपना निवाला बना लिया.
जिले के हैदराबाद थाना क्षेत्र के बुंदेली नानकार गांव के रहने वाले रमेश चंद्र मिश्रा अपने खेत में गन्ना काटने गए हुए थे. पैड़ी गन्ने की कटाई के बाद वह अपने खेत की घास-फूस साफ कर रहे थे. इस दौरान बाघ ने उन पर हमला कर दिया. बाघ के हमला करने के बाद किसान रमेश ने हौसला दिखाया और लगभग 15 मिनट तक संघर्ष किया. इसके बाद शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठे हुए, जिसके बाद लोगों ने आग जलाकर बाघ को भगाया. हालांकि गांव के लाल बिहारी को बाघ ने अपना निवाला बना लिया. घायल रमेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
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जंगल छोड़ गन्ने के खेतों में रह रहे बाघ
लखीमपुर खीरी में दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघों का संरक्षण और संवर्धन होता है, लेकिन बाघ पिछले कई दिनों से जंगल को छोड़कर गन्ने के खेतों में रहने लगे हैं. अक्सर ही बाघों के हमले की खबरें आती रहती हैं. मोहम्मदी इलाके के महेशपुर रेंज में, अयोध्यापुर गांव में पिछले साल एक युवक को बाघ ने अपना निवाला बना लिया था. इस इलाके में बाघों की तादाद काफी बढ़ गई है. इस वजह से इन गांवों में बाघों की दहशत है.