लखीमपुर: यूपी के जंगल, बाघ की आज भी बढ़िया रिहायश बने हुए हैं. इसमें और सुधार हुआ है. नए बाघ काउंट में यूपी में बाघों की तादात 173 तक पहुंच गई है, जबकि 2006 में यूपी में 109 बाघ सेंसस में रिपोर्ट किए गए थे. तराई रीजन में उत्तराखंड में बाघ सबसे ज्यादा मिले हैं. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से लेकर तराई के जंगलों में 442 बाघ यहां इस्टीमेट किए गए हैं. बिहार के जंगलों में भी 31 बाघ मिले हैं, जबकि 2006 में ये 10 ही थे.
यूपी में बढ़ी बाघों की संख्या-
- पीएम नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल टाइगर डे पर देश में बाघों का हालिया अकाउंट सार्वजनिक किया है.
- देश में 2900 से ज्यादा बाघ हो गए हैं, जिससे तराई के लिए भी खुशखबरी है.
- दुधवा टाइगर रिजर्व के अलावा शाहजहांपुर, बहराइच और बलरामपुर जिलों में वाइट टाइगर की मौजूदगी मिली है.
- तराई के जंगल बाघों की पहली पसंद बने हुए हैं.
- सबसे अच्छी बात यह है कि बाघों की नई संतति भी आ रही है.
- तराई के जंगलों बाघों और वाइल्डलाइफ के जानकार कहते हैं, ये खुशखबरी से ज्यादा चुनौती है.
- बाघ बढ़ेंगे तो मानव वन्यजीव संघर्ष बढ़ेगा.
- शिकार की सम्भावनाएं भी बढ़ेंगी और हमें सुरक्षा बढ़ानी होगी.
- पूर्व डायरेक्टर कहते हैं कि सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती एक बड़ी वजह है, बाघों को सुरक्षित माहौल देने की.