लखीमपुर खीरी : जिले में सरकारी धान (government-paddy) खरीद की लचर व्यवस्था और तमाम वीडियो वायरल होने के बाद डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया (DM Dr. Arvind Kumar Chaurasia) सोमवार को बाढ़ से फुर्सत पाए तो मोहम्मदी मंडी पहुंचे. डीएम ने वहां आदेश दिए कि धान खरीद मुनादी कराकर कराई जाए.
डीएम ने अपने सामने फतूहाबाद निवासी किसान लीला सिंह के धान की मापक यंत्र से नमी भी नपवाई. उसके पंजीकरण के दस्तावेज भी देखें. डीएम ने मंडी में स्थापित प्रत्येक क्रय केंद्र प्रभारियों से अब तक क्रय किए गए धान की मात्रा पूछी. 31 अक्टूबर तक खरीद की कार्य योजना जानी. डीएम ने सहकारी समितियों के क्रय केंद्रों के प्रभारियों से पूछा कि सोसाइटी के कितने सदस्यों ने धान बोए हैं और उनके धान खरीदने की उनकी क्या कार्य योजना है. निर्देश दिए कि धान खरीदने के बाद सोसाइटी के अध्यक्ष को लेकर सोसाइटी के अन्य सदस्यों को पंजीकरण कराने के लिए जागरूक करें.
निरीक्षण में मिला कि मंडी में स्थापित सभी केंद्रों पर खरीद शुरू हो चुकी है. डीएम ने निर्देश दिए कि केंद्र पर उपलब्ध संसाधनों का ऑप्टिमम उपयोग करते हुए पूरी क्षमता से खरीद करके नियत लक्ष्य को पूरा किया जाए. क्षेत्रीय विपणन अधिकारी भूपेंद्र ने बताया कि मंडी में संचालित सभी केंद्रों पर अब तक 43 किसानों से 3,366 कुंटल की जा चुकी है. डीएम ने मंडी सचिव से मंडी परिसर में हेल्पडेस्क की जानकारी ली.
मंडी समिति में विपणन शाखा के चार, यूपीपीसीयू के छह, पीसीएस एक, मंडी समिति एक, यूपीएसएस के तीन क्रय केंद्र संचालित हैं. डीएम ने निर्देश दिए कि पिछले वर्ष में किसानों से की खरीद की सूची निकालकर उन्हें धान विक्रय के पंजीयन के लिए जागरुक व प्रोत्साहित करें. एरिया मार्केटिंग ऑफिसर से धान रिजेक्शन का कारण जाना. उन्होंने पूर्ति निरीक्षक को निर्देश दिया कि कोटेदार के जरिए गांव में मुनादी कराकर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए प्रोत्साहित करें. इस दौरान एसडीएम पंकज श्रीवास्तव, सीओ राजेश कुमार, डिप्टी आरएमओ डॉ. लालमणि पांडेय, सहायक आयुक्त व निबंधक सहकारिता सूर्यनारायण मिश्र सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
इसके बाद डीएम कृषि उत्पादन मंडी समिति गोला पहुंचे, जहां एरिया मार्केटिंग ऑफिसर सुभाष चंद्र ने बताया कि मंडी में स्थापित 14 क्रय केंद्र एजेंसियों के जरिए अब तक 7319 कुंतल धान खरीदे गये हैं. डीएम ने नीलामी रजिस्टर, खरीद रजिस्टर भी देखा. डीएम के निर्देश पर एसडीएम अखिलेश यादव ने उन किसानों से बातचीत की, जो टोकन जनरेट कराने के बाद भी मंडी नहीं आए. नौरंगाबाद के किसान राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि उनके परिवार में कोई भर्ती है इसलिए वह नहीं आ सका. मंडी में स्थापित क्रय केंद्रों के प्रभारियों से अब तक खरीदे गए धान की मात्रा जानी एवं आगे खरीद जाने वाले धान की कार्ययोजना की जानकारी लेकर जरूरी निर्देश दिए.
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