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लखीमपुर खीरी में गन्ने के बकाया भुगतान की मांग को लेकर चीनी मिलों के बाहर आंदोलन शुरू

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Published : Dec 4, 2021, 10:07 PM IST

लखीमपुर खीरी के बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों ने चीनी मिलों पर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन शुरू कर दिया है.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.
लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.

लखीमपुर खीरीः जिले की पांच चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का 786 करोड़ रुपया बकाया है. इनमें तीन मिल बजाज की हैं, इन पर करीब छह सौ करोड़ रुपये बकाया है. बकाया न मिलने से परेशान किसानों ने चीनी मिलों के बाहर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन शुरू कर दिया है.

पलिया चीनी मिल परिसर में किसानों ने मिल गेट पर धरना दिया. यहां त्रिलोकपुर गांव के तौलेराम लोध ने बताया कि मिल पर 80 हजार रुपया बकाया है. सिर्फ एक महीने का ही भुगतान मिला है. ऐसे में कैसे घर चलाएं.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.
लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.

खीरी जिले में बजाज की पलिया चीनी मिल पर किसानों का 266 करोड़ रुपया 2020-21 के सत्र में बकाया है. बजाज ग्रुप की ही गोला चीनी मिल पर किसानों का 274 करोड़ रुपया बकाया है. वहीं, खम्भारखेड़ा चीनी मिल पर 171 करोड़ रुपया बकाया है.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.
लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.

दो कोआपरेटिव चीनी मिलों संपूर्णानगर पर 41 करोड़ और बेलरायां चीनी मिल पर 34 करोड़ रुपया बकाया है. पलिया के भाजपा विधायक रोमी साहनी कहते हैं कि सरकार ने रिकार्ड भुगतान करवाया है. मेरा दावा है पिछली सरकारों और सीएम योगी की सरकार का रिकार्ड उठाकर देख लीजिए, सबसे ज्यादा पेमेंट इस बार हुआ है. सिर्फ बजाज ग्रुप की दिक्कतें हैं. सरकार लगातार प्रयास कर रही है. एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. बजाज ग्रुप में कुछ आर्थिक समस्या है.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने ये मांगें उठाईं.


फुलवरिया गांव के किसान चंद्रभान ने बताया कि बैंक से 70 हजार का कर्ज लिया था. अब कर्ज बढ़कर दो लाख हो गया है. आंख का आपरेशन कराना था. मैनेजर घर आकर धमकाते हैं, जमीन नीलाम हो जाएगी. बताइए क्या करें.

ये भी पढ़ेंः भ्रष्टाचार पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य बोले- अभी भी हैं सपा-बसपा की मानसिकता वाले कुछ अधिकारी...सुधारने की जरूरत है

बजाज की गोला पलिया चीनी मिलों पर भी किसान धरना दे रहे हैं. मिल का नया पेराई सत्र चलने नहीं दे रहे हैं. मिल का चक्का जाम है. ऐसे में पलिया गोला इलाके के किसान गन्ने की कटाई कर नई फसल गेहूं की बोआई भी नहीं कर पा रहे हैं.

किसान भाई लाल ने कहा कि इंडियन बैंक से 2.61लाख जमा करने की नोटिस आई है, चिंता सता रही है कहीं जमीन नीलाम न हो जाए. हमारा मिल पर 1.50 लाख से ज्यादा बकाया है.

थारू जनजाति के सूरमा गांव के सियाराम और थालूराम राना ने बताया कि मजदूरों को देने के लिए पैसे नहीं हैं. बच्चों की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं. खर्चा चलाने को कोल्हू पर 200 रुपए क्विंटल में बेचा है. हमारा 1.20 लाख रुपया बकाया है.

खीरी जिले के ही पलिया कस्बे से 15 किलोमीटर दूर भीरा में भी किसानों ने डनलप मार्च निकाला. किसानों का कहना है कि यह एक रोष मार्च है. हमारा मकसद है कि हम सरकार को यह दिखा सकें कि किसानों के पास अब पेट्रोल- डीजल के भी पैसे नहीं बचे हैं. वहीं, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी संजीव सुमन ने किसानों से वार्ता की लेकिन यह असफल रही. किसानों ने चीनी मिल को चलने से रोक दिया. गन्ने की सप्लाई रोक दी.


डीएम महेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि बजाज चीनी मिल प्रशासन पर कार्रवाई भी की गई है. हम कोशिश कर रहे हैं कि किसानों का बकाया मिल जाए. किसानों को समझाया जा रहा है ताकि वे चीनी मिल को चलने दें.

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लखीमपुर खीरीः जिले की पांच चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का 786 करोड़ रुपया बकाया है. इनमें तीन मिल बजाज की हैं, इन पर करीब छह सौ करोड़ रुपये बकाया है. बकाया न मिलने से परेशान किसानों ने चीनी मिलों के बाहर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन शुरू कर दिया है.

पलिया चीनी मिल परिसर में किसानों ने मिल गेट पर धरना दिया. यहां त्रिलोकपुर गांव के तौलेराम लोध ने बताया कि मिल पर 80 हजार रुपया बकाया है. सिर्फ एक महीने का ही भुगतान मिला है. ऐसे में कैसे घर चलाएं.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.
लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.

खीरी जिले में बजाज की पलिया चीनी मिल पर किसानों का 266 करोड़ रुपया 2020-21 के सत्र में बकाया है. बजाज ग्रुप की ही गोला चीनी मिल पर किसानों का 274 करोड़ रुपया बकाया है. वहीं, खम्भारखेड़ा चीनी मिल पर 171 करोड़ रुपया बकाया है.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.
लखीमपुर खीरी के किसानों ने धरना देकर की नारेबाजी.

दो कोआपरेटिव चीनी मिलों संपूर्णानगर पर 41 करोड़ और बेलरायां चीनी मिल पर 34 करोड़ रुपया बकाया है. पलिया के भाजपा विधायक रोमी साहनी कहते हैं कि सरकार ने रिकार्ड भुगतान करवाया है. मेरा दावा है पिछली सरकारों और सीएम योगी की सरकार का रिकार्ड उठाकर देख लीजिए, सबसे ज्यादा पेमेंट इस बार हुआ है. सिर्फ बजाज ग्रुप की दिक्कतें हैं. सरकार लगातार प्रयास कर रही है. एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. बजाज ग्रुप में कुछ आर्थिक समस्या है.

लखीमपुर खीरी के किसानों ने ये मांगें उठाईं.


फुलवरिया गांव के किसान चंद्रभान ने बताया कि बैंक से 70 हजार का कर्ज लिया था. अब कर्ज बढ़कर दो लाख हो गया है. आंख का आपरेशन कराना था. मैनेजर घर आकर धमकाते हैं, जमीन नीलाम हो जाएगी. बताइए क्या करें.

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बजाज की गोला पलिया चीनी मिलों पर भी किसान धरना दे रहे हैं. मिल का नया पेराई सत्र चलने नहीं दे रहे हैं. मिल का चक्का जाम है. ऐसे में पलिया गोला इलाके के किसान गन्ने की कटाई कर नई फसल गेहूं की बोआई भी नहीं कर पा रहे हैं.

किसान भाई लाल ने कहा कि इंडियन बैंक से 2.61लाख जमा करने की नोटिस आई है, चिंता सता रही है कहीं जमीन नीलाम न हो जाए. हमारा मिल पर 1.50 लाख से ज्यादा बकाया है.

थारू जनजाति के सूरमा गांव के सियाराम और थालूराम राना ने बताया कि मजदूरों को देने के लिए पैसे नहीं हैं. बच्चों की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं. खर्चा चलाने को कोल्हू पर 200 रुपए क्विंटल में बेचा है. हमारा 1.20 लाख रुपया बकाया है.

खीरी जिले के ही पलिया कस्बे से 15 किलोमीटर दूर भीरा में भी किसानों ने डनलप मार्च निकाला. किसानों का कहना है कि यह एक रोष मार्च है. हमारा मकसद है कि हम सरकार को यह दिखा सकें कि किसानों के पास अब पेट्रोल- डीजल के भी पैसे नहीं बचे हैं. वहीं, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी संजीव सुमन ने किसानों से वार्ता की लेकिन यह असफल रही. किसानों ने चीनी मिल को चलने से रोक दिया. गन्ने की सप्लाई रोक दी.


डीएम महेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि बजाज चीनी मिल प्रशासन पर कार्रवाई भी की गई है. हम कोशिश कर रहे हैं कि किसानों का बकाया मिल जाए. किसानों को समझाया जा रहा है ताकि वे चीनी मिल को चलने दें.

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