लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी जिले में सरकारी धान खरीद में लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. जिले में पीसीयू के केंद्र प्रभारी सौरभ सिंह पर मोबाइल बंद कर सेंटर से गायब रहने के आरोप में पीसीयू के जिला प्रबंधक पंकज सिंह ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है. बताया जा रहा कि ये एफआईआर प्रमुख सचिव खाद्य वीना कुमारी मीणा के तीन दिन पहले मंडी में हुए दौरे के दौरान किसान की शिकायत पर दर्ज कराई गई है.
दरअसल, राजापुर मंडी में किसान दर्शन सिंह बीते 26 अक्टूबर को पीसीयू के सेंटर पर टोकन जनरेट कराने के बाद अपना धान बेचने आए थे, पर उनका धान नहीं खरीदा गया. आरोप है कि सेंटर प्रभारी सौरभ सिंह न तो सेंटर पर मिले और न ही उनका मोबाइल फोन ऑन था. किसान बार-बार सेंटर पर लगे उनके नंबर पर फोन करते रहे पर न ही फोन मिला और न ही सेंटर प्रभारी वहां मौजूद मिले.
वहीं, 26 अक्टूबर को प्रमुख सचिव खाद्य वीना कुमारी मीणा धान खरीद की समीक्षा करने के लिए आई थी. किसान ने उनसे मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई और अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया. प्रमुख सचिव खाद्य के आदेश पर पीसीयू के जिला प्रबंधक पंकज सिंह ने राजापुर मंडी में तिल खुले पीसीयू के धान क्रय केंद्र प्रभारी सौरभ सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है.
विपक्षी दलों के निशाने पर है योगी सरकार
सरकारी धान खरीद को लेकर लखीमपुर खीरी जिला इस समय उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश की राजनीति में भी खूब हाईलाइट हो रहा है. मोहम्मदी में 15 दिनों से अपना धान लेकर आए किसान का धान नहीं खरीदा गया तो उसने धान में ही आग लगा दी थी, जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था. इसके बाद मैगलगंज में भी एक किसान ने मंडी समिति दफ्तर के सामने अपने धान के ढेर में आग लगा दी थी. वहीं, इस वाक्या के वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया था.
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी वीडियो ट्वीट कर भाजपा और योगी सरकार पर निशाना साधा था. कांग्रेस की प्रियंका गांधी भी किसानों की आवाज लगातार उठा रही हैं. यूपी में सरकारी धान खरीद का यह हाल अब राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है.
वहीं, सूबे में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दल लगातार धान किसानों के कंधों पर बंदूक रख योगी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि, पहले ही बाढ़ की वजह से जिले में धान किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है. इधर, मंडियों में जो धान आ रहे हैं उसे भी तमाम बहाने बनाकर न खरीदने का आरोप लग रहा है.
चाहे गोला हो या फिर मोहम्मदी, मैगलगंज हो या लखीमपुर मंडी हर जगह सरकारी क्रय केंद्र खाली पड़े हैं. यही कारण है कि मचे हंगामे के चलते अब प्रमुख सचिव खाद्य वीना कुमारी मीणा ने खीरी जिले का दौरा कर धान खरीद करने के सख्त आदेश दिए हैं. साथ ही सम्भागीय खाद्य निरीक्षक केके सिंह जिले में ही डेरा डाले हैं. पर सरकारी धान खरीद में क्रय केंद्रों पर धान न खरीदे जाने की शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है.
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