लखीमपुर खीरी: यूपी में कोरोना से लड़ने के लिए अब आशा बहुओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है. यह कोरोना योद्धा घर-घर जा रही हैं और पड़ताल कर रही हैं कि किसी के घर में कोई विदेश से तो नहीं आया है. स्वास्थ्य विभाग में आशा बहुओं की ड्यूटी डोर टू डोर सर्च अभियान में लगाई है. आशा बहुएं सर्वे कर रही हैं कि किसी के घर में कोई विदेश या देश के दूसरे महानगरों से तो नहीं आया है.
कोरोना से देश में 2500 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. करीब 60 के आसपास मौत भी हो चुकी हैं. 154 कोरोना के मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. पर कोरोना के बढ़ते केस सरकार के लिए चिंता बढ़ाते जा रहे हैं. यूपी के सीएम से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग की बात कर रहे हैं. देशभर में 21 दिनों का लॉक डाउन चल रहा है. अब स्वास्थ्य विभाग ने शहर और गांव में डोर टू डोर अभियान चलाकर देश-विदेश से आने वाले लोगों की पहचान करना शुरू कर दिया है.
सीएमओ डॉक्टर मनोज अग्रवाल का कहना है कि कि सबसे ज्यादा खतरा इस समय विदेश से आने वाले लोगों से है. इसके अलावा देश के बड़े महानगरों से आए लोग भी इन्फेक्टेड हो सकते हैं. इसको लेकर डोर टू डोर अभियान चलाया गया है.
हमलोग घर-घर जाकर घर मालिक से पूछ रहे हैं कि उनके घर में कोई विदेश या महानगर से आया या नहीं. इसके अलावा क्रॉस वेरिफिकेशन भी चल रहा है, जिसमें आज पड़ोसियों से भी पूछा जा रहा है कि आपके पड़ोस में कोई विदेश से या बाहर से तो नहीं आया.
-रेखा देवी निगम, आशा कार्यकत्री