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श्मशान घाट पर लगा अस्थियों का अंबार, मोक्ष का इंतजार - लखीमपुर खीरी समाचार

लखीमपुर खीरी के श्मशान घाट में अस्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसे देखते हुए श्मशान घाट के महापात्रा काफी चिंतित हैं. लॉकरों में अस्थियों को सुरक्षित रखा गया है. घाट में इतनी अस्थियां एक साथ रखने की क्षमता नहीं है. हालांकि, अस्थियों की संख्या ज्यादा होने के बाद उन्हें बाहर भी रखा गया है.

श्मशान घाट
श्मशान घाट
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Published : May 24, 2021, 9:21 AM IST

Updated : May 24, 2021, 12:31 PM IST

लखीमपुर खीरी: कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार तो हो गया, लेकिन उनका अंतिम सफर अब भी अधूरा है. लखीमपुर खीरी में करीब 250 कोरोना मरीजों की अस्थियां अब भी श्मशान घाट में रखी हुई हैं. श्मशान घाट प्रबंधन इस आस में इन्हें संभाले हुए है कि शायद कोई अपना इन अस्थियों को कभी भी लेने आ जाए.

श्मशान घाट अपनों का इंतजार कर रहीं अस्थियां.

लगातार बढ़ रही अस्थियों की संख्या

लखीमपुर शहर में स्थित श्मशान घाट में 250 से ज्यादा अस्थियां रखी हुई हैं. इनमें से ज्यादातर अस्थियां कोरोना संक्रमण से मरने वालों की हैं. कई कारणों से मृतकों के परिजन अंतिम संस्कार के बाद फूल चुनने और उसके बाद अस्थियां लेने के लिए श्मशान घाट में नहीं आ रहे हैं. ऐसे में श्मशान घाट में लगातार अस्थियों की संख्या बढ़ रही है. इसके पीछे कई कारण भी हैं. संक्रमित होने से जिनकी मौत हुई है, परिवार के सदस्यों को भी डर है कि वह भी संक्रमित हो सकते हैं. इसके अलावा लॉकडाउन होने को भी कारण माना जा रहा है.

श्मशान घाट के लॉकरों में अस्थियों का अंबार
श्मशान घाट के लॉकरों में अस्थियों का अंबार

इसे भी पढे़ं- यूपी में मंत्रीमंडल विस्तार की तैयारी, इनको मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

पहले रोजाना होते थे 25-30 अंतिम संस्कार

श्मशान घाट प्रबंधन के मुताबिक, बीते दिनों लखीमपुर शहर में स्थित श्मशान में रोजाना 25 से 30 शव दाह संस्कार के लिए आते थे. सभी का दाह संस्कार नगर निगम की टीम के सदस्य पीपीई किट पहन कर करते हैं. श्मशान घाट पर खुले स्थान में भी दाह संस्कार किया गया. श्मशान घाट के महापात्रा अशोक कुमार द्विवेदी ने बताया कि अंतिम संस्कार करने के बाद लोग अपनों के फुल चुनने के लिए आते हैं. उसके बाद अस्थियों को श्मशान घाट के लॉकर में रखकर जाते हैं. लोग 9वें दिन की रात या फिर 10वें दिन तड़के अस्थियों को लेकर गंगा घाट को जाते हैं. वहां पर पूरी क्रिया करने के बाद अस्थियों का विसर्जन किया जाता है.

राख उठाने भी नहीं आ रहे परिजन
राख उठाने भी नहीं आ रहे परिजन


जिनकी अस्थियां उनके अपने लेने नहीं आएंगे, उनकी अस्थियां हम खुद लेकर प्रयागराज जाएंगे. विधि-विधान से उनकी अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा.

-अशोक कुमार द्विवेदी, महापात्रा, श्मशान घाट

लखीमपुर खीरी: कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार तो हो गया, लेकिन उनका अंतिम सफर अब भी अधूरा है. लखीमपुर खीरी में करीब 250 कोरोना मरीजों की अस्थियां अब भी श्मशान घाट में रखी हुई हैं. श्मशान घाट प्रबंधन इस आस में इन्हें संभाले हुए है कि शायद कोई अपना इन अस्थियों को कभी भी लेने आ जाए.

श्मशान घाट अपनों का इंतजार कर रहीं अस्थियां.

लगातार बढ़ रही अस्थियों की संख्या

लखीमपुर शहर में स्थित श्मशान घाट में 250 से ज्यादा अस्थियां रखी हुई हैं. इनमें से ज्यादातर अस्थियां कोरोना संक्रमण से मरने वालों की हैं. कई कारणों से मृतकों के परिजन अंतिम संस्कार के बाद फूल चुनने और उसके बाद अस्थियां लेने के लिए श्मशान घाट में नहीं आ रहे हैं. ऐसे में श्मशान घाट में लगातार अस्थियों की संख्या बढ़ रही है. इसके पीछे कई कारण भी हैं. संक्रमित होने से जिनकी मौत हुई है, परिवार के सदस्यों को भी डर है कि वह भी संक्रमित हो सकते हैं. इसके अलावा लॉकडाउन होने को भी कारण माना जा रहा है.

श्मशान घाट के लॉकरों में अस्थियों का अंबार
श्मशान घाट के लॉकरों में अस्थियों का अंबार

इसे भी पढे़ं- यूपी में मंत्रीमंडल विस्तार की तैयारी, इनको मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

पहले रोजाना होते थे 25-30 अंतिम संस्कार

श्मशान घाट प्रबंधन के मुताबिक, बीते दिनों लखीमपुर शहर में स्थित श्मशान में रोजाना 25 से 30 शव दाह संस्कार के लिए आते थे. सभी का दाह संस्कार नगर निगम की टीम के सदस्य पीपीई किट पहन कर करते हैं. श्मशान घाट पर खुले स्थान में भी दाह संस्कार किया गया. श्मशान घाट के महापात्रा अशोक कुमार द्विवेदी ने बताया कि अंतिम संस्कार करने के बाद लोग अपनों के फुल चुनने के लिए आते हैं. उसके बाद अस्थियों को श्मशान घाट के लॉकर में रखकर जाते हैं. लोग 9वें दिन की रात या फिर 10वें दिन तड़के अस्थियों को लेकर गंगा घाट को जाते हैं. वहां पर पूरी क्रिया करने के बाद अस्थियों का विसर्जन किया जाता है.

राख उठाने भी नहीं आ रहे परिजन
राख उठाने भी नहीं आ रहे परिजन


जिनकी अस्थियां उनके अपने लेने नहीं आएंगे, उनकी अस्थियां हम खुद लेकर प्रयागराज जाएंगे. विधि-विधान से उनकी अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा.

-अशोक कुमार द्विवेदी, महापात्रा, श्मशान घाट

Last Updated : May 24, 2021, 12:31 PM IST
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