लखीमपुर खीरी: टेरर फंडिंग में पकड़े गए आरोपी सिराजुद्दीन और उसके साथी फहीम को एटीएस ने शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया. वहीं कोर्ट से जाते वक्त आरोपी सिराजुद्दीन बोला मेरा फोटो ठीक से खींच लो दरवाजे पर लगा लेना काम आएगा.
एटीएस ने टेरर फंडिंग मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने आरोपियों की गिरफ्तारी बरेली से की है. एटीएस के सीईओ शैलेंद्र सिंह राठौर ने दोनों आरोपियों को सीजेएम कोर्ट लखीमपुर खीरी में पेश किया. इसके अलावा मुख्य आरोपी मुमताज कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
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दरअसल, सदाकत के नेपाल भाग जाने के बाद एटीएस की टीम लगातार उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई थी. बताया जा रहा है कि सदाकत के बाद सिराजुद्दीन ही टेरर फंडिंग का की अहम कड़ी था. इधर जब एटीएस ने शिकंजा कसा तो सदाकत नेपाल भाग गया. एटीएस ने सर्विलांस के जरिए सिराज को अरशद व उसकी बहन से फोन पर बात करते रडार पर ले लिया. इसी आधार पर एटीएस की टीम ने गुरुवार को सिराज और उसके साथी तक पहुंच सकी.
टेरर फंडिंग खुलासे के बाद से यूपी एटीएस लगातार गिरफ्तारियां कर रही है. 10 अक्टूबर को एटीएस ने लखीमपुर खीरी के इंडो-नेपाल बॉर्डर से सलीम सलमानी, उमेद ए राज और संजय अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. इसी कड़ी में बरेली के रहने वाले सिराजुद्दीन और फहीम को भी एटीएस ने रडार पर लेकर गिरफ्तार कर लिया.