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'बेटा पैदा नहीं कर सकती, इसलिए बेटियों सहित घर से निकाल दिया'

कुशीनगर जिले की सतभरिया महुअवा गांव की शांति शर्मा को ससुरालवालों ने सिर्फ इसलिए घर से निकाल दिया, क्योंकि उसकी दो बेटियां हैं और अब बच्चेदानी के ऑपरेशन के कारण दोबारा गर्भ धारण नहीं कर सकती. यानी उसमें बेटा पैदा करने की संभावना खत्म हो गई है. शांति का मायका कप्तानगंज थानाक्षेत्र के गांव परसौनी में है.

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Published : Mar 10, 2021, 8:25 PM IST

ससुराल वालों ने महिला को घर से निकाला
ससुराल वालों ने महिला को घर से निकाला

कुशीनगर : कप्तानगंज थानाक्षेत्र के सतभरिया महुअवा में ससुरालवालों ने एक महिला को दो बेटियों के साथ घर से निकाल दिया है. लाचार महिला मंगलवार से ही पति के घर के बाहर दो मासूम बच्चों के साथ इस उम्मीद से बैठी है कि उसे अपनी ससुराल में दोबारा एंट्री मिल जाएगी. महिला का आरोप है कि बेटा पैदा होने की संभावना खत्म होने के कारण ससुरालवालों ने उसे घर से निकाल दिया है. उसने पति पर भी दूसरी शादी करने का आरोप लगाया है. इस मामले में सीओ पीयूष कान्त राय का कहना है कि अभी पुलिस को मामले की जानकारी नहीं दी गई है. अगर पीड़िता शिकायत देती है तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल इस मामले में महिला के ससुरालवालों का पक्ष नहीं मिल सका है.

ससुराल वालों ने महिला को घर से निकाला
ससुराल वालों ने महिला को दो बेटियों सहित घर से निकाला

ये है मामला-

शांति शर्मा ने बताया कि उसकी शादी 2011 में गांव सतभरिया महुअवा निवासी छेदीलाल शर्मा के बड़े बेटे सुनील शर्मा से हुई थी. आठ साल पहले शांति और सुनील की एक बेटी श्रीशा शर्मा हुई. उसके दो साल बाद एक बेटा ऑपरेशन से पैदा हुआ जो महज पांच घंटे ही जी सका. 2017 में उसकी दूसरी बेटी सुरभि शर्मा पैदा हुई. सुरभि के पैदा होने के दौरान स्वास्थ्य कारणों से डॉक्टरों ने शांति की बच्चेदानी भी निकाल दी. शांति का आरोप है कि इसके बाद से ही ससुराल में उसके बुरे दिन शुरू हो गए. घरवालों का रवैया बदल गया. कोख से बेटा नहीं होने के ताने मिलने लगे.

ससुराल वालों ने महिला को दो बेटियों सहित घर से निकाला

शांति ने बताया कि उसके ससुर दूरसंचार विभाग आजमगढ़ में नौकरी करते हैं. वहीं पूरा परिवार भी रहता हैं. मगर शांति के लिए वहां के दरवाजे बंद हो गए. अधिक परेशान किए जाने के कारण शांति अपनी दोनों मासूम बेटियों के साथ सतभरिया गांव में रहने लगी. गृहस्थी चलाने के लिए जब पति ने पैसे देने बंद कर दिए तो वह मायके और मामा के यहां रहने लगी. मंगलवार को जब अपने ससुराल पहुंची तो देखा कि सतभरिया वाले घर में भी ताला लगा हुआ है. पति के चाचा ने ताला लगाया है. फोन से बात करने पर ससुर ने घर से बेदखल करने का फरमान सुना दिया.

इसे भी पढे़-'खाकी' ने गर्भवती को पहुंचाया अस्पताल, गेट पर ही पैदा हो गया 'सिपाही'

शांति शर्मा के अनुसार, घटना की सूचना उसने डायल 112 पर भी दी, लेकिन पुलिस ने उसे थाने आकर शादी का प्रमाणपत्र दिखाने को कहा. इस मामले में क्षेत्राधिकारी पीयूष कान्त राय ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है. SHO कप्तानगंज से बात कर पीड़िता की तहरीर के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

कुशीनगर : कप्तानगंज थानाक्षेत्र के सतभरिया महुअवा में ससुरालवालों ने एक महिला को दो बेटियों के साथ घर से निकाल दिया है. लाचार महिला मंगलवार से ही पति के घर के बाहर दो मासूम बच्चों के साथ इस उम्मीद से बैठी है कि उसे अपनी ससुराल में दोबारा एंट्री मिल जाएगी. महिला का आरोप है कि बेटा पैदा होने की संभावना खत्म होने के कारण ससुरालवालों ने उसे घर से निकाल दिया है. उसने पति पर भी दूसरी शादी करने का आरोप लगाया है. इस मामले में सीओ पीयूष कान्त राय का कहना है कि अभी पुलिस को मामले की जानकारी नहीं दी गई है. अगर पीड़िता शिकायत देती है तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल इस मामले में महिला के ससुरालवालों का पक्ष नहीं मिल सका है.

ससुराल वालों ने महिला को घर से निकाला
ससुराल वालों ने महिला को दो बेटियों सहित घर से निकाला

ये है मामला-

शांति शर्मा ने बताया कि उसकी शादी 2011 में गांव सतभरिया महुअवा निवासी छेदीलाल शर्मा के बड़े बेटे सुनील शर्मा से हुई थी. आठ साल पहले शांति और सुनील की एक बेटी श्रीशा शर्मा हुई. उसके दो साल बाद एक बेटा ऑपरेशन से पैदा हुआ जो महज पांच घंटे ही जी सका. 2017 में उसकी दूसरी बेटी सुरभि शर्मा पैदा हुई. सुरभि के पैदा होने के दौरान स्वास्थ्य कारणों से डॉक्टरों ने शांति की बच्चेदानी भी निकाल दी. शांति का आरोप है कि इसके बाद से ही ससुराल में उसके बुरे दिन शुरू हो गए. घरवालों का रवैया बदल गया. कोख से बेटा नहीं होने के ताने मिलने लगे.

ससुराल वालों ने महिला को दो बेटियों सहित घर से निकाला

शांति ने बताया कि उसके ससुर दूरसंचार विभाग आजमगढ़ में नौकरी करते हैं. वहीं पूरा परिवार भी रहता हैं. मगर शांति के लिए वहां के दरवाजे बंद हो गए. अधिक परेशान किए जाने के कारण शांति अपनी दोनों मासूम बेटियों के साथ सतभरिया गांव में रहने लगी. गृहस्थी चलाने के लिए जब पति ने पैसे देने बंद कर दिए तो वह मायके और मामा के यहां रहने लगी. मंगलवार को जब अपने ससुराल पहुंची तो देखा कि सतभरिया वाले घर में भी ताला लगा हुआ है. पति के चाचा ने ताला लगाया है. फोन से बात करने पर ससुर ने घर से बेदखल करने का फरमान सुना दिया.

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शांति शर्मा के अनुसार, घटना की सूचना उसने डायल 112 पर भी दी, लेकिन पुलिस ने उसे थाने आकर शादी का प्रमाणपत्र दिखाने को कहा. इस मामले में क्षेत्राधिकारी पीयूष कान्त राय ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है. SHO कप्तानगंज से बात कर पीड़िता की तहरीर के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

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