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जब ग्रामीणों का फूटा गुस्सा...यूं जान बचाकर भागती नजर आई पुलिस - जमीन विवाद

यूपी के कुशीनगर में जमीन विवाद में बड़े भाई और उसके परिजनों ने छोटे भाई की पीट-पीट हत्या कर दी थी. जिसके विरोध में मृतक का शव थाने के सामने रखकर प्रदर्शन करने से पुलिस द्वारा रोके जाने पर ग्रामीणों और पुलिस में विवाद हो गया. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पत्थर बरसाए.

जान बचाकर भागती नजर आई पुलिस
जान बचाकर भागती नजर आई पुलिस
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Published : Jun 8, 2021, 10:46 AM IST

Updated : Jun 8, 2021, 11:11 AM IST

कुशीनगर: जिले के हनुमानगंज थानाक्षेत्र के बोधिछपरा में रविवार को ट्यूशन पढ़ाने गए जयप्रकाश की जमीन विवाद में उसके भाई-भतीजे और भाभी द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद रविवार को ग्रामीणों द्वारा आरोपियों के घर तोड़-फोड़ की गई. इतना ही नहीं गुस्साए ग्रामीणों ने सूचना देने के बाद काफी देर से आने के कारण पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया. इस हमले में पुलिस की गाड़ी छतिग्रस्त हुई थी. इस पर भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ. सोमवार को मृतक जयप्रकाश का शव पोस्टमार्टम से आने के बाद ग्रामीणों ने शव को जलाने से इनकार कर दिया और थाने के बाहर शव रखकर प्रदर्शन करना शुरू किया. इस पर जब उन्हें पुलिस ने रोका तो देर शाम तक पुलिस और ग्रामीणों के बीच पथराव होता रहा.

जान बचाकर भागती नजर आई पुलिस

जानिए क्या है पूरा मामला

कुशीनगर जिले के बोधीछपरा गांव के गोरख सिंह के चार बेटो में जमीन विवाद लम्बे समय से चला आ रहा था. रविवार को दो भाइयों चन्द्रभान और जयप्रकाश के बीच जमीन को लेकर कुछ कहासुनी हुई. जिसके बाद छोटे भाई जयप्रकाश गांव की ही लक्ष्मी यादव के घर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने चले गए. वहीं बड़े भाई और उनके परिजन छोटे भाई को ढूंढ़ते हुए पहुंचे और जयप्रकाश पर लाठी-डंडो से हमला बोल दिया. बड़े भाई चन्द्रभान और परिजनों के हमले से जयप्रकाश बुरी तरह घायल हो गए. जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने घायल जयप्रकाश को सीएचसी तुर्कहा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जयप्रकाश को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत मे लिया है.

पुलिस और ग्रामीणों में हुआ विवाद.
पुलिस और ग्रामीणों में हुआ विवाद.
ग्रामीणों को प्रदर्शन करने से रोकने पर हुआ बवालसोमवार को पोस्टमार्टम के बाद जब जयप्रकाश का शव बोधिछपरा गांव पहुंचा. जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और ग्रामीणों ने शव को थाने के गेट पर रख प्रदर्शन करने का प्रयास किया. जिस पर पुलिस ने ग्रामीणों को रोका. इससे नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर मामले को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए पथराव शुरू कर दिया. पुलिस और ग्रामीणों के बीच का यह संघर्ष लगभग तीन घंटों तक चलता रहा. इसमें एसएचओ समेत कई पुलिसवाले घायल हो गए. पथराव की सूचना पाकर अन्य थानों की फोर्स लेकर एसपी अयोध्या प्रसाद एसडीएम अरविंद कुमार सीओ खड्डा शिवाजी सिंह और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराया.
पुलिस पर ग्रामीणों ने किया पथराव.
पुलिस पर ग्रामीणों ने किया पथराव.

इसे भी पढ़ें- जमीनी विवाद में दो पक्षों में मारपीट, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

ग्रामीणों को दिया गया उचित कार्रवाई का आश्वासन
ग्रामीणों ने एसपी अयोध्या प्रसाद को 5 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की. मामले के शांत होने के बाद घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे जिलाधिकारी यशराजलिंगम और पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने ग्रामीणों को कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया.

कुशीनगर: जिले के हनुमानगंज थानाक्षेत्र के बोधिछपरा में रविवार को ट्यूशन पढ़ाने गए जयप्रकाश की जमीन विवाद में उसके भाई-भतीजे और भाभी द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद रविवार को ग्रामीणों द्वारा आरोपियों के घर तोड़-फोड़ की गई. इतना ही नहीं गुस्साए ग्रामीणों ने सूचना देने के बाद काफी देर से आने के कारण पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया. इस हमले में पुलिस की गाड़ी छतिग्रस्त हुई थी. इस पर भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ. सोमवार को मृतक जयप्रकाश का शव पोस्टमार्टम से आने के बाद ग्रामीणों ने शव को जलाने से इनकार कर दिया और थाने के बाहर शव रखकर प्रदर्शन करना शुरू किया. इस पर जब उन्हें पुलिस ने रोका तो देर शाम तक पुलिस और ग्रामीणों के बीच पथराव होता रहा.

जान बचाकर भागती नजर आई पुलिस

जानिए क्या है पूरा मामला

कुशीनगर जिले के बोधीछपरा गांव के गोरख सिंह के चार बेटो में जमीन विवाद लम्बे समय से चला आ रहा था. रविवार को दो भाइयों चन्द्रभान और जयप्रकाश के बीच जमीन को लेकर कुछ कहासुनी हुई. जिसके बाद छोटे भाई जयप्रकाश गांव की ही लक्ष्मी यादव के घर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने चले गए. वहीं बड़े भाई और उनके परिजन छोटे भाई को ढूंढ़ते हुए पहुंचे और जयप्रकाश पर लाठी-डंडो से हमला बोल दिया. बड़े भाई चन्द्रभान और परिजनों के हमले से जयप्रकाश बुरी तरह घायल हो गए. जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने घायल जयप्रकाश को सीएचसी तुर्कहा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जयप्रकाश को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत मे लिया है.

पुलिस और ग्रामीणों में हुआ विवाद.
पुलिस और ग्रामीणों में हुआ विवाद.
ग्रामीणों को प्रदर्शन करने से रोकने पर हुआ बवालसोमवार को पोस्टमार्टम के बाद जब जयप्रकाश का शव बोधिछपरा गांव पहुंचा. जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और ग्रामीणों ने शव को थाने के गेट पर रख प्रदर्शन करने का प्रयास किया. जिस पर पुलिस ने ग्रामीणों को रोका. इससे नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर मामले को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए पथराव शुरू कर दिया. पुलिस और ग्रामीणों के बीच का यह संघर्ष लगभग तीन घंटों तक चलता रहा. इसमें एसएचओ समेत कई पुलिसवाले घायल हो गए. पथराव की सूचना पाकर अन्य थानों की फोर्स लेकर एसपी अयोध्या प्रसाद एसडीएम अरविंद कुमार सीओ खड्डा शिवाजी सिंह और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराया.
पुलिस पर ग्रामीणों ने किया पथराव.
पुलिस पर ग्रामीणों ने किया पथराव.

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ग्रामीणों को दिया गया उचित कार्रवाई का आश्वासन
ग्रामीणों ने एसपी अयोध्या प्रसाद को 5 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की. मामले के शांत होने के बाद घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे जिलाधिकारी यशराजलिंगम और पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने ग्रामीणों को कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया.

Last Updated : Jun 8, 2021, 11:11 AM IST
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