कुशीनगर: कसया कस्बे के एक होटल में मंगलवार की रात पुलिस व एक परिवार के साथ हुए मारपीट के मामले में घटना के चौथे दिन आखिरकार पीड़ित पक्ष की फरियाद सुन ली गई. इस पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है. परिवार की लड़कियों ने तीन अज्ञात के विरुद्ध छेड़खानी, मारपीट और गाड़ी क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगायी थी. मामले में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की हुई थी. सीओ ने एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है.
क्या है मामला
मंगलवार की रात देवरिया जिले के पथरदेवा बाजार से एक परिवार बुद्ध नगरी कुशीनगर घूमने आया था. मंगलवार रात को लगभग नौ बजे स्थानीय होटल में खाना खाते समय परिवार की लड़कियों के पास बैठे तीन लोगों ने उनसे आपत्तिजनक व्यवहार किया. परिजनों के विरोध करने पर बात मारपीट में बदल गयी. उन लोगों ने खुद पुलिस बुला ली. बाद में पता चला कि उक्त तीनों पुलिस विभाग से ही सम्बन्धित थे.
पीड़ित पक्ष का आरोप
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया था कि बगल की बेंच पर बैठे तीन अज्ञात लोगों ने अश्लील हरकत करते हुए उनसे छेड़खानी की. भाइयों ने विरोध किया तो मारने लगे. गाड़ी तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दी. कहने लगे कि हम लोग पुलिस के लोग हैं. उन्होंने फोन कर थाने से पुलिस बुलाई और थाने ले जाकर मारपीट की. मामले में पुलिस ने घटना की रात ही परिवार के छह लोगों के खिलाफ लूट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भिजवा दिया.
कोर्ट ने लिया संज्ञान
बुधवार को परिवार को प्रभारी एसीजेएम शोभित राय के कोर्ट में प्रस्तुत किया गया. रिमांड के दौरान न्यायालय के समक्ष पीड़ित लड़कियों ने रो-रोकर घटना के बारे में बताया था. न्यायलय ने तीनों लड़कियों के अतिरिक्त कोर्ट में पेश किए सभी लड़कों का बयान दर्ज कराया. उसके बाद रिमांड प्रपत्र एवं तहरीर का अवलोकन करने के बाद पुलिस द्वारा दर्ज किए गए लूट का मुकदमा न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया था.
तीन पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई
मामला हाई प्रोफाइल होने पर गुरुवार को डीआईजी रेंज राजेश डी मोदक ने भी घटना स्थल का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की. उनके निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ने हाईवे चौकी प्रभारी नागेंद्र गोंड़ को लाइनहाजिर एवं चौकी के सिपाही रमेश यादव व पुलिस लाइन से होटल में दावत खाने आए कमलेश यादव को निलंबित कर दिया था.
कसया के पुलिस उपाधीक्षक पीयूष कान्त राय ने बताया कि मामले से जुड़ी लड़कियों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रार्थना पत्र दिया था. आदेश प्राप्त होने के बाद तीन अज्ञात के विरुद्ध छेड़खानी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.