कुशीनगर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के नजदीक आते ही कुशीनगर में लक्ष्मीगंज बाजार को नगर पंचायत बनाने की मांग तेज हो गयी है. भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता बंद चीनी मिल को शुरू करने के लिए पिछले 27 दिनों से धरना दे रहे हैं. जनता ब्रिगेड पार्टी भी किसानों का समर्थन कर रही है.
शनिवार को व्यापारियों ने कुशीनगर में लक्ष्मीगंज बाजार बंद करके किसानों की समर्थन किया. व्यापारियों ने शिव मंदिर पर बैठक भी की. इसमें बाजार की समस्याओं और किसानों के समर्थन में बंद लक्ष्मीगंज चीनी मिल को चालू करने की मांग की गयी. व्यापारियों ने धमकी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो आगामी विधानसभा में चुनाव बहिष्कार करेंगे.
कुशीनगर राज्य चीनी निगम की लक्ष्मीगंज चीनी मिल 13 वर्ष से बंद है. किसान इसको शुरू करने की मांग कर रहे हैं. धरने का नेतृत्व यूनियन के जिलाध्यक्ष रामचंद्र सिंह कर रहे हैं. शनिवार को व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष पंकज पोद्दार के नेतृत्व में व्यापारियों ने दुकानें बंद कर, किसानों के आंदोलन को समर्थन किया.
पंकज पोद्दार ने कहा लक्ष्मीगंज चीनी मिल बंद होने के कारण बाजार की रौनक खत्म हो गयी गई. मानकों को पूरा करने के बावजूद बाजार को नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिला. रेलवे ने धोधरही गांव का रेलवे ढाला बंद कर दिया. इसकी वजह से बाजार में आने वाले लोगों की संख्या बहुत कम हो गयी. इस वजह से लक्ष्मीगंज बाजार के व्यापारियों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है.
भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) इकाई के कुशीनगर जिला अध्यक्ष रामचंद्र सिंह ने कहा कि बंद चीनी मिलों को चलाए जाने के लिए वो 2017 से मांग कर रहे हैं. इससे क्षेत्र के किसानों को बहुत ही ज्यादा नुकसान हो रहा है. यहां गन्ने की पैदावार अधिक होती है. गन्ना दूरदराज की चीनी मिलों में भेजना पड़ता है. वहां भेजने में अधिक खर्च होता है.
चीनी मिल में काम शुरू नहीं होने तक हमारा धरना प्रदर्शन चलता रहेगा. अगर सरकार नहीं सुनेगी, तो किसान यूनियन आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार का पुरजोर विरोध करेगी और हम सभी मतदान का बहिष्कार करेंगे.
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