कुशीनगर: जिले के दुदही क्षेत्र के रामपुर पट्टी गांव में बीते दो हफ्ते में तीन मुसहर बच्चों की मौत हो गई. घटना की जानकारी होने पर सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया. रविवार को आनन-फानन में जिलाधिकारी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद मुहैया कराया. वहीं स्थानीय बीडीओ ने इस घटना को स्वाभाविक मौत करार देते हुए कहा कि इसमें सरकार की लापरवाई नहीं है.
सूचना के बाद पहुंचे डीएम
- दरअसल बीते पांच अगस्त को दुदही क्षेत्र के पांच वर्षीय बच्ची ने दम तोड़ दिया था.
- 15 अगस्त को विश्वनाथ के तीस वर्षीय पुत्र दीपक की अचानक मौत हो गई.
- इसके बाद 17 अगस्त की रात्रि को हजरी के 17 वर्षीय पुत्र पंकज की तेज बुखार ने असमय जान ले ली.
- सूचना के बाद डीएम अपने सरकारी लाव लश्कर के साथ गांव का भ्रमण किए.
- सरकारी तंत्र की सूचना के मुताबिक उन्होंने तीनों पीड़ित परिवारों को 10 -10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी.
बीडीओ विवेकानंद मिश्र से जब ईटीवी भारत ने बात किया तो उन्होंने पहले इसे स्वाभाविक मौत बताया. साथ ही इन मौतों को बीमारी से होना बताते हुए इसमें प्रशासनिक लापरवाही होने की बात से इनकार कर दिया.