कुशीनगर: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण को रोकने के लिए देश भर में लॉक डाउन लागू है. इस दौरान कई गरीब परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. ऐसे में कुशीनगर जिला मुख्यालय पडरौना में 6 भाइयों और उनके मित्रों की टीम ने एक साथ मिलकर शहर के गरीबों तक खाना पहुंचाने का बीड़ा उठाया है.
20 दिन पहले लॉक डाउन जब लागू हुआ तब इन लोगों ने शुरुआत में दो सौ घरों तक खाना पहुंचाने का काम शुरू किया. लेकिन अब यह संख्या 5 हजार के पार पहुंच गयी है.
परिवार में भाइयों में सबसे बड़े संजय जायसवाल बताते हैं कि 25 मार्च को जब लॉक डाउन की घोषणा हुई तो उसी दिन रात में हमने आसपास के रोज कमाने और रोज खाने वाले कुछ गरीब लोगों तक भोजन भेजने की व्यवस्था बनायी जिसे दूसरे दिन से चालू भी कर दिया गया लेकिन बाद में सूचना मिली की नगर में कई परिवार फांकाकशी के लिए मजबूर हैं. जिसके बाद हमने इस काम को बृहद रूप दिया.
नगर के कन्या इंटर कालेज के कमरों में जनसहयोग से चल रहे जरूरत मन्दों के इस ओपन किचेन को जिला प्रशासन ने भी मंजूरी दे दी है, 200 पैकेट तैयार करने से शुरू हुआ यह काम फिलहाल 5000 पैकेट तक पहुंच चुका है.
इस ओपेन किचेन की देखरेख करने वाले नगर पालिका के अध्यक्ष विनय जायसवाल ने कहा कि समाज के बीच काम करने के कारण कई ऐसे परिवारों की समस्या से मैं अवगत हुआ जो अपनी पीड़ा किसी से कह नही पा रहे थे, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी के कार्यों व सन्देशों से प्रेरणा लेकर जनसहयोग से इस काम को पूरा किया जा रहा है.